नयी दिल्ली, लॉकडाउन की घोषणा के बाद से न्यायाधीश ज्यादातर अपने आधिकारिक आवास से ही वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सुनवाई किया करते थे, लेकिन न्यायमूर्ति एल नागेश्वर राव ने आज सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता को अवगत कराया कि अगले हफ्ते से न्यायाधीश कोर्टरूम में बैठेंगे और वकील अपने चैम्बर से बहस कर सकते हैं। यह एक पायलट परियोजना है।
उच्चतम न्यायालय में अगले सप्ताह से न्यायाधीश कोर्टरूम में बैठकर वीडियोकांफ्रेंसिंग के जरिये सुनवाई करेंगे। इससे इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि शीर्ष अदालत अपनी गर्मियों की छुट्टियों में कटौती करेगी।
दरअसल न्यायमूर्ति एल नागेश्वर राव, न्यायमूर्ति एस अब्दुल नज़ीर और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की पीठ ने मंगलवार को अदालत कक्ष संख्या चार से वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये सुनवाई की। गौरतलब है कि एक बार मुख्य न्यायाधीश शरद अरविंद बोबडे की अध्यक्षता वाली खंडपीठ भी इसी तरह सुनवाई कर चुकी है।
शीर्ष अदालत में 18 मई से 6 जुलाई तक गर्मियों की छुट्टी होनी थी, लेकिन ऐसा लगता है कि छुट्टियाें में कटौती होगी, क्योंकि न्यायमूर्ति राव ने अगले हफ्ते से न्यायाधीशों के कोर्ट रूम में बैठकर वर्चुअल सुनवाई किये जाने के संकेत दिये हैं। शीर्ष अदालत ने हालांकि अभी तक गर्मियों की छुट्टी रद्द करने की आधिकारिक घोषणा नहीं की है।