अब किसानों की लड़ाई समाजवादी पार्टी, 29 जुलाई को सड़कों पर उतरकर लड़ेगी
July 27, 2018
मेरठ, यूपी मे किसानों के दयनीय हालात और सरकार की उदासीनता को देखते हुये, समाजवादी पार्टी ने किसानों की खातिर सड़क पर उतर कर सरकार से खुद मोर्चा लेने का निर्णय लिया है।
समाजवादी पार्टी ने किसानों की लड़ाई खुद लड़ने का फैसला लिया है। इसके तहत समाजवादी पार्टी ने किसानों के बकाया गन्ने भुगतान को लेकर योगी सरकार के खिलाफ एक साथ 36 जिलों में सड़क पर उतरने का ऐलान किया है। इनमें वेस्ट यूपी के 14 जिले शामिल हैं। अखिलेश यादव के आदेशानुसार, सभी जिलों में जोरदार ढंग से आंदोलन करने के निर्देश प्रदेशाध्यक्ष ने दिए हैं।
सपा का कहना है आलू, गेहूं और धान की कीमत भी किसान को लागत से कम मिल रही हैं। समाजवादी पार्टी ने गन्ने पर केंद्र सरकार की तरफ से बढ़ाए गए उचित एवं लाभकारी मूल्य 275 रुपए को कम बताया और कहा कि उसमें बढ़ोत्तरी करने की मांग की जाएगी। 29 जुलाई को बुधवार को अखिलेश यादव से मिली हिदायत के बाद सभी जिलों में जोरदार ढंग से आंदोलन करने के निर्देश प्रदेशाध्यक्ष ने दिए हैं। जारी पार्टी के निर्देशानुसार, बीजेपी सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए तीन सूत्रीय मांग पत्र सौंपा जाएगा।
सपा प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि यूपी मे 75 जिलों मे सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, मेरठ, बागपत, हापुड़, बुलंदशहर गाजियाबाद, बिजनौर, अमरोहा मुरादाबाद, संभल, रामपुर और बरेली समेत ऐसे 36 जिले एेसे हैं, जहां पर शुगर मिलें हैं। हाई कमान ने किसानों के हक में आंदोलन करना तय कर दिया है। अब सभी चीनी मिलों के मुख्य गेट पर 29 जुलाई को बड़ा आंदोलन करने को जिले के संगठन से कहा है। सपा आंदोलन के जरिए सरकार की मिल मालिकों से सांठ-गांठ का खुलासा करेगी।