इटावा, उत्तर प्रदेश के इटावा में पहला अल्पसंख्यक विद्यालय बनाया जाएगा । इसका निर्माण केन्द्र सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय की ओर से कराया जायेगा । इसके निर्माण पर चार करोड रूपये की राशि खर्च की जायेगी ।
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी प्रशांत कुमार ने मंगलवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इटावा में अल्पसंख्यक विद्यालय खोला जाना प्रस्तावित हैं तथा इसके लिए स्थान का चयन भी कर लिया गया है। यह इंटर कालेज होगा जिसमें बालक व बालिकाएं पढ़ेंगी। इसके भवन निर्माण के लिए बजट का इंतजार किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इसके लिए स्थान का चयन कर लिया गया है और जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू हो जाने की संभावना भी है। यह इंटर कालेज होगा। खास बात यह है कि इसमें सभी वर्गो के छात्र छात्राएं अध्ययन करेंगे।
श्री कुमार ने बताया कि केन्द्र सरकार ने जिले में अल्पसंख्यक विद्यालय खोले जाने का निर्णय लिया है। इसके लिए स्थान का चयनकर लिया गया है। राजकीय इंटर कालेज के पीछे बहुत दिनों से पड़ी एक निष्प्रयोज्य इमारत में इस विद्यालय का भवन बनाया जाएगा। इस स्थान पर जो जर्जर इमारत खड़ी है उसके स्थान पर नये डिजायन की विद्यालय की इमारत बनाई जाएगी। इसके निर्माण पर चार करोड़ रुपए का खर्चा निर्धारित किया जाएगा जिससे कार्यदाई संस्था विद्यालय भवन का निर्माण कराएगी।
निर्माण कार्य शुरू कराए जाने के लिए बजट मिलने का इंतजार है। बजट मिलते ही कामकाज शुरू करा दिया जाएगा। भवन बनने के बाद ही पढ़ाईलिखाई का काम शुरू होगा। इस विद्यालय का संचालन भी अन्य सरकारी विद्यालयों की तरह शिक्षा विभाग करेगा और शिक्षा विभाग ही यहां पर शिक्षकों की तैनाती करेगा। जिले में अभी तक सरकारी अल्पसंख्यक विद्यालय नहीं है। इस विद्यालय के बनने से यह कमी भी पूरी हो जाएगी।
इस विद्यालय के बन जाने से यह पूरा क्षेत्र शैक्षिक क्षेत्र हो जाएगा। यहीं पर राजकीय इंटर कालेज हैं, इसका हास्टल है। इसी के पास नया कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय बनाया जा रहा है। सड़क के दूसरी ओर पहले से ही कक्षा छह से आठ तक की बालिकाओं के लिए कस्तूरबा गांधी विद्यालय बना हुआ है। इसी के बगल में बेसिक शिक्षा अधिकारी का कार्यालय भी है।