लखनऊ, देश में दहशत का पर्याय बन चुके कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने की तमाम कोशिशों के बावजूद उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटो में वायरस से पीड़ित एक चिकित्सक समेत दो और मरीजों के मिलने के साथ राज्य में संक्रमित लोगों की तादाद बढ़कर 17 हो गयी है।
अब तक वायरस से संक्रमित तीन मरीज ठीक हो चुके है जबकि 14 का इलाज जारी है। कोरोना के ताजा मामलों में किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के एक जूनियर डॉक्टर का टेस्ट पाजीटिव पाया गया जबकि नोएडा में एक और पीडित के नमूने में वायरस की पुष्टि हुयी है। इस प्रकार राज्य में अब तक आगरा के आठ,नोएडा में चार, लखनऊ में तीन और गाजियाबाद में दो मरीजों में कोरोना वायरस पाया जा चुका है।
उधर,कोरोना के खौफ के चलते केजीएमयू में सभी शैक्षणिक गतिविधियां दो अप्रैल तक स्थगित कर दी गयी है। संस्थान के प्रवक्ता ने बताया कि कुलपति के आदेशानुसार एमबीबीएस,बीडीएस और पैरामेडिकल की पढाई और परीक्षायें दो अप्रैल तक स्थगित की गयी है।
राज्य सरकार पहले ही सभी शैक्षणिक संस्थानो को दो अप्रैल तक बंद रखने का आदेश जारी कर चुकी है वहीं इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने एक महत्वपूर्ण आदेश में वित्तीय संस्थाओं को छह अप्रैल तक किसी प्रकार की वसूली की कार्रवाई पर रोक लगाने को कहा है। दो सप्ताह तक कोई नीलामी प्रक्रिया भी नहीं होगी और न ही किसी के भी मकान का ध्वस्तीकरण होगा। किसी को भी उसके मकान से बेदखल नहीं किया जाएगा।
योगी सरकार की तीसरी सालगिरह के मौके पर लोकभवन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में भी कोरोना का असर देखने को मिला जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियो ने थर्मल टेस्टिंग करा कर लोगों को जानलेवा वायरस के संक्रमण से बचने की सलाह दी। कार्यक्रम में आये सभी आंगतुकों ने सेनेटाइजर का प्रयोग किया। इस मौके पर बैठने की व्यवस्था एक एक सीट छोडकर की गयी थी।