नयी दिल्ली , देश में डिजिटल तरीके से टोल प्लाजा के भुगतान के लिए शुरू की गई फास्टैग प्रणाली का इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है और यह संख्या दो करोड़ को पार पहुंच गई है।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने बुधवार को यहां बताया कि फास्टैग पंजीकरण में तेजी से बढ़ रही है और इसमें हर साल चार सौ प्रतिशत की दर से बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। इस प्रणाली से कोरोना काल में लागू सामाजिक दूरी के नियम का भी टोल प्लाजा पर पालन किया जा रहा है।
एनएचएआई के अनुसार टोल प्लाजा संग्रहण में भी फास्टैग के प्रयोग से बढ़ोतरी हुई है। एक साल पहले फास्टैग के माध्यम से 70 करोड रुपए प्रतिदिन का संग्रहण हो रहा था जो बढ़कर अब 92 करोड़ रुपए प्रतिदिन हो गया है। फास्टैग प्रणाली से टोल प्लाजा पर 75 फ़ीसदी तक का संग्रहण किया जा रहा है।
प्राधिकरण का कहना है कि वह राष्ट्रीय राजमार्गों पर यात्रा को सुगम और सरल बनाना चाहता है और इसी क्रम में उसने टोल प्लाजा पर फास्टैग प्रणाली की शुरुआत की है जिसके अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं।