लखनऊ , उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गोरखपुर में गोरखपुर एवं बस्ती मण्डल के जनप्रतिनिधियां एवं अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने दोनों मण्डलों के सभी जनपदों (गोरखपुर, महराजगंज, देवरिया, कुशीनगर, बस्ती, सिद्धार्थनगर व संतकबीरनगर) में जापानी इंसेफ्लाइटिस (जे0ई0), एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिण्ड्रोम (ए0ई0एस0) के नियंत्रण, डेंगू, चिकनगुनिया आदि रोगों की स्थिति और रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों की विस्तार से जानकारी ली।
समीक्षा बैठक में जनपद गोरखपुर के जनप्रतिनिधिगण, प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे। बैठक में दोनों मण्डलों के 06 जनपदों के जनप्रतिनिधिगण, प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी वर्चुअल माध्यम से सम्मिलित हुए।
समीक्षा बैठक में जनपद गोरखपुर के जनप्रतिनिधिगण, प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे। बैठक में दोनों मण्डलों के 06 जनपदों के जनप्रतिनिधिगण, प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी वर्चुअल माध्यम से सम्मिलित हुए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में विगत 06 वर्षां में प्रदेश में चिकित्सा के क्षेत्र में बेहतर कार्य हुआ है, जिसके परिणामस्वरूप जे0ई0/ए0ई0एस0 के मरीजां की संख्या में 98 प्रतिशत की कमी आयी है। उन्होंने कहा कि अन्य संचारी रोगों, डेंगू, चिकनगुनिया आदि को लेकर सतत सतर्कता अत्यन्त जरूरी है। संचारी रोगों को पनपने से रोकने के लिए आशा/ए0एन0एम0 से संवाद बनाकर लोगों को जागरूक किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने वर्तमान में संचालित टी0बी0 व फाइलेरिया नियंत्रण अभियान की समीक्षा करते हुए जागरूकता बढ़ाने पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। डेंगू की चर्चा करते हुए उन्हांने कहा कि इस बीमारी में प्लेटलेट्स की मांग काफी बढ़ जाती है। इसके दृष्टिगत प्लेटलेट्स की उपलब्धता बनाए रखी जाए। प्लेटलेट्स की कालाबाजारी की शिकायत पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बीमारियों से बचाव के लिये सभी को सचेत रहने की आवश्यकता है। सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सी0एच0सी0) व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों (पी0एच0सी0) पर तैनात चिकित्सक अपनी तैनाती स्थल पर ही रात्रि प्रवास (नाइट स्टे) करें, जिससे रात में सी0एच0सी0-पी0एच0सी0 आने वाले मरीजों के इलाज में कोई असुविधा न हो। ‘102’ व ‘108’ एम्बुलेंस सेवाओं का भी नियमित पर्यवेक्षण होना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज मे मरीजां का बेहतर इलाज हो तथा मरीजों को रेफर न किया जाये। संस्थान में अग्नि सुरक्षा के सभी कार्य कराये जायें। उन्होंने कहा कि सभी ई0टी0सी0 केन्द्र क्रियाशील रहें तथा स्वास्थ्य के विषय पर प्रतिमाह जनप्रतिनिधियां के साथ बैठक की जाये।
मुख्यमंत्री जी ने जनप्रतिनिधियों से कहा कि वे अपने क्षेत्र की आवश्यकताआें के दृष्टिगत सी0एच0सी0-पी0एच0सी0 को उच्चीकृत करने का प्रस्ताव उपलब्ध कराएं। शासन द्वारा इन पर सकारात्मक कदम उठाया जाएगा। जनप्रतिनिधिगण अपनी निधि का प्रयोग स्कूलों व अस्पतालों की कनेक्टिविटी तथा संचारी रोगों के नियंत्रण के प्रति जागरूकता लाने में करें। इस दौरान डुमरियागंज के सांसद की मांग पर मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सी0एच0सी0, बांसी को उच्चीकृत कर वहां 100 बेड का अस्पताल बनाया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जहां भी सी0एच0सी0-पी0एच0सी0 पर चिकित्सकों की कमी है, वहां पर जिलाधिकारी व एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी संविदा पर चिकित्सक तैनात करें। जहां भी नए स्वास्थ्य केंद्र के भवन बने हैं, उन्हें संसाधन व स्टाफ के साथ शीघ्र संचालित कराया जाए। बासगांव के निर्माणाधीन चिकित्सालय को जल्द से जल्द पूर्ण किया जाए।
बैठक में जनप्रतिनिधियों द्वारा विद्युत आपूर्ति को लेकर अपनी बात रखी गयी। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में बिजली सरप्लस है। ऐसे में विद्युत आपूर्ति सुचारु होनी चाहिए। उन्होंने मण्डलायुक्त व जिलाधिकारी को बिजली आपूर्ति व ट्रान्सफॉर्मर बदलने की स्थिति की समीक्षा कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।