प्रयागराज, ऐतिहासिक महत्व के चैप्टर पाठ्यक्रम से हटाने पर समाजवादी पार्टी को आपत्ति है।
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधान परिषद सदस्य बासुदेव यादव ने आज कहा कि राग द्वेष के आधार पर पाठ्यक्रम को समाप्त किया जाना गलत है और उन्होंने इस मामले में राज्यपाल, मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को पत्र लिखा है।
सपा नेता ने स्वतंत्रता आंदोलन, कांग्रेस की भूमिका और 1967 में गैर कांग्रेसी सरकारों के गठन वाले ऐतिहासिक महत्व को पाठ्यक्रम से हटाने पर आपत्ति जताते हुए राज्यपाल, मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर 30 फीसदी कटौती नहीं करने की मांग की है।
श्री वासुदेव ने अपने पत्र में लिखा है कोविड़-19 के कहर के बीच प्रदेश के विद्यालय संचालित नहीं हो रहे हैं। सरकार ने इस संकट की घडी में यू पी बोर्ड के 30 फीसदी पाठ्यक्रम कम कर आजादी और उसके पूर्व के कई अध्याय को सोची समझी राजनीति के चलते खत्म कर दिया है, जिसे शिक्षा के पाठ्यक्रमों में सरकार की सर्जिकल स्ट्राइक कहना समीचीन होगी।
वरिष्ठ नेता ने पत्र लिखकर राष्ट्रवाद, राष्ट्रप्रेम और सद्भाव आदि को पाठ्यक्रम से कटौती न/न किए जाने की मांग की है। भैतिक श्रोतो के आधार पर विभाजन में 1940 का इतिहास, राष्ट्रीयता, साम्प्रदायवाद खासकर स्वतंत्रता आंदोलन में किसी भी राजनैतिक दल, संस्था, व्यक्ति की भूमिका की जानकारी छात्रों और नवजवानों को नहीं मिल सकेगी।
उन्होने कहा कि विद्यार्थी स्वतंत्रता आंदोलन, कांग्रेस का इतिहास यदि नहीं जान पाएंगे तो उनमें राष्ट्रवाद, राष्ट्र प्रेम, की भावना कैसे पनपेगी। राग द्वेष के आधार पर पाठ्यक्रम को समाप्त किया जाना गलत है। इससे एक गलत पर परम्परा बनेगी।