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उमर अब्दुल्ला ने की जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री को रिहा करने की मांग

श्रीनगर,  नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को रिहा करने की मांग करते हुए मंगलवार को कहा कि उन्हें जेल से निकालकर उनके घर में नजरबंद कर देना महज अपने वादे से पीछे हटने का प्रयास है।

सुश्री महबूबा को मंगलवार को श्रीनगर उप-जेल से उनके सरकारी आवास में स्थानांतरित कर दिया गया जहां उन्हें घर में ही नजरबंद रखा गया है।

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श्री अब्दुल्ला ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा, “ महबूबा मुफ्ती को रिहा किया जाना चाहिए। उन्हें घर में नजरबंद रखना वादाखिलाफी है। ”

जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी (जेकेएपी) ने सुश्री महबूबा को एक अस्थायी जेल से उनके निवास स्थान पर स्थानांतरित करने का स्वागत करते हुए पीडीपी प्रमुख पर लगा सार्वजनिक सुरक्षा कानून (पीएसए) रद्द करने की मांग की और उन्हें पूरी तरह रिहा करने की भी मांग की।

सुश्री महबूबा, श्री अब्दुल्ला और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के अलावा कई मंत्रियों और मुख्यधारा के नेताओं को पांच अगस्त, 2019 को केंद्र सरकार द्वारा राज्य में अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद-35 ए को निरस्त किये जाने के बाद हिरासत में लिया गया था। केंद्र ने इसके अलावा राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया। सुश्री मुफ्ती पर बाद में पीएसए लगाया गया था और उन्हें आठ महीने से अधिक समय तक जेल में एकातंवास में रखा गया था।

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श्री अब्दुल्ला पर भी पीएसए लगाया गया जिसे वापस लिये जाने के बाद उन्हें पिछले महीने लगभग आठ महीने की नजरबंदी के बाद रिहा कर दिया गया था। डॉ. फारूक अब्दुल्ला को भी पिछले महीने

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