लखनऊ, जाने-माने लेखक, चिंतक और साहित्यकार, हिंदी के आलोचक और काशी हिंदू विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर चौथीराम यादव का रविवार 12 मई 2024 को निधन हो गया। वह 86 वर्ष के थे। वह अपने पीछे पांच बेटों और बहुओं का भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं।
सांस लेने में दिक्कत के बाद परिजनों ने उन्हें शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां शाम 6:30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। पुत्र अशोक यादव के अनुसार, उन्हें सांस लेने में समस्या हो रही थी। परिजन उनकों लेकर एक निजी अस्पताल पहुंचे। वहीं पर चौथी राम ने अंतिम सांस ली। वहां कार्डियक अरेस्ट से उनकी मौत हो गई। उनके तीसरे पुत्र और महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के प्रो. अनुराग यादव ने बताया कि पिताजी बिल्कुल ठीक थे। अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद 15 मिनट के अंदर ही सबकुछ हो गया।