रांची, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पहल पर गढ़वा जिले के रंका निवासी 105 वर्षीय वृद्धा के घर जाकर बैंककर्मियों ने 1500 रुपये दिए।
आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यहां बताया कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने गढ़वा के उपायुक्त को बैंक से रुपये निकालने के लिए परेशान रंका प्रखंड निवासी 105 वर्षीय महिला की मदद करने का निदेश दिया। उन्होंने उपायुक्त को यह सुनिश्चित कराने का आदेश दिया कि इस विषम परिस्थिति में अकारण कोई भी लाभार्थी अपने अधिकार के लिए परेशान न हो। उन्होंने कहा कि राज्य में कर्मठ बैंकिंग प्रतिनिधि की समुचित भागीदारी के माध्यम से भी ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति रोकी जाए।
उपायुक्त ने श्री सोरेन को बताया कि मामले की जांच कर त्वरित कार्रवाई करते हुए रंका निवासी श्रीमती पचिया कुंवरजी के घर जाकर जेआरजीबी (ग्रामीण बैंक) रंका के शाखा प्रबंधक के द्वारा 1500 रुपए की राशि दी गयी है। जिले के सभी ग्राहक सेवा केन्द्र को बैंक के माध्यम से निर्देश दिया गया भविष्य में इस प्रकार की पुनरावृत्ति ना हो।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री को जानकारी दी गयी थी कि जिले के रंका प्रखंड निवासी विफन भुइयां अपनी 105 वर्षीय मां को पीठ पर लादकर बैंक का चक्कर लगा रहा है। उसे मां के जन-धन खाते से 1500 रुपये निकालना है। वह अपनी मां को दो बार रंका स्थित जेआरजीबी बैंक लेकर आया लेकिन, बैंक वालों ने कोरोना संक्रमण का भय बता कर बैंक में प्रवेश नहीं करने दिया। विगत छह माह से उक्त वृद्ध महिला का वृद्धा पेंशन भी बंद है।