तिरुवनंतपुरम, तिरुवनंतपुरम संसदीय क्षेत्र से सांसद शशि थरूर की पुस्तक द ग्रेट इंडियन नॉवेल में नायर महिलाओं के खिलाफ बयान पर, बड़ा एक्शन हो गया है।
यह बताया गया कि शिकायतकर्ता वकील संध्या ने श्री थरूर की पुस्तक द ग्रेट इंडियन नॉवेल में नायर महिलाओं के खिलाफ बयान के लिए उनके खिलाफ गत अप्रैल में भारतीय दंड संहिता की धारा 499 के तहत मानहानि का मुकदमा दायर किया था। इसके बाद अदालत ने श्री थरूर को 21 दिसंबर को उसके समक्ष पेश होने के लिए समन जारी किया था जिसका जवाब देने में सांसद विफल रहें।
सांसद के कार्यालय ने कोई गिरफ्तारी वारंट मिलने इंकार किया है, लेकिन यह स्वीकार किया कि उन्हें अदालत में पेश होने की तारीख का उल्लेख किए बिना समन मिला है।
उन्होने कहा कि वह मानहानि मामले में उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट की मीडिया रिपोर्टों पर स्पष्टीकरण हासिल करने के लिए अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट से संपर्क करेंगे।
श्री थरूर ने ट्वीट कर कहा,कई लोगों ने मेरे 30 साल पुराने द ग्रेट इंडियन नॉवेल की एक पंक्ति के बारे में भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की एक वकील द्वारा दायर मामले से संबंधित मीडिया रिपोर्टों के बारे में पूछा है। मैं न्यायपालिका का बहुत सम्मान करता हूं और मेरी मंशा न्यायालय की अवमानना की नहीं है। मुझे अदालत में पेश होने का समन मिला था लेकिन उस पर तारीख का उल्लेख नहीं था।
उन्हाेंने कहा, मेरे वकील ने अदालत से पूछताछ की और उन्हें बताया गया कि यह एक अनजानी लिपिक त्रुटि थी और एक ताजा समन जारी किया जाएगा। हम अभी भी समन का इंतजार कर रहे हैं लेकिन इसके बजाय गिरफ्तारी वारंट की खबरें देख रहे हैं। हम इस बारे में स्पष्टीकरण हासिल करने के लिए सोमवार को माननीय अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे।