लखनऊ, यूपी पुलिस का एक और कारनामा सामने आया है। एक घर में पुलिस दबिश में एक बहन की मौत हो गई वहीं दूसरी घायल है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाये हैं।
रविवार की रात में चंदौली में बालू-कारोबारी के घर पुलिस की दबिश के दौरान कारोबारी की एक बेटी की मौत हो गई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि मनराज गांव में कन्हैया यादव को पकड़ने गई पुलिस के साथ परिवार की महिलाएं उलझ गईं थी। पुलिस आरोपी के भाई को पकड़कर अपने साथ ले गई। इसके कुछ ही देर बाद कन्हैया की 20 वर्षीय पुत्री गुड़िया की मौत हो गई जबकि 18 वर्षीय छोटी पुत्री गुंजा ने अपने हाथ की नस काट ली।
घटना से गुस्साए ग्रामीण लाठी डंडे से लैस होकर अमड़ा-जमानियां मार्ग पर पहुंचे और चक्काजाम कर दिया। कई वाहनों में तोड़फोड़ की। डायल 112 नंबर पुलिस की बाइक को क्षतिग्रस्त कर दिया और दो पुलिसकर्मियों की जमकर पिटाई भी कर दी। एक पुलिसकर्मी किसी तरह जान बचाकर भाग निकला जबकि गंभीर रूप से घायल दूसरे पुलिसकर्मी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उधर, युवती के पिता ने पुलिस के दावों पर सवाल खड़ा किया। उन्होने बताया, “हमारे लड़के को कोतवाल साहब पकड़कर साहब ले गए। उसको थाने में बंद कर दिया। बाद में रविवार सुबह उसका चालान कर दिया। बाद में पुलिस घर में आई और बड़ी बेटी, छोटी बेटी को मारा। इसमें बड़ी बेटी की मौत हो गई। छोटी बेटी की हालत खराब है। हमें नहीं पता था कि पुलिस क्यों घर आई थी। पुलिस मामले में सब कुछ झूठ बोल रही है। पुलिस मेरे घर आई और सीधे घर में घुस गई, दोनों बच्चियां घर में थी। बड़ी बेटी को मारा, छोटी बेटी को कमरा बंद करके मारा। जब बड़ी बेटी बेसुध हो गई तो ये लोग उसको पंखे में बांधकर भाग गए।”
उन्होने कहा कि हमने 302 में मुकदमा दर्ज करने के लिए कहा है। हमने तहरीर कोतवाल, कांस्टेबल शमसेर और 4 महिला सिपाहियों के खिलाफ दिया है। प्रशासन ने अंतिम संस्कार के लिए दबाव बनाया। पूरे मामले का दोषी प्रशासन है। पुलिस वाले दोषी हैं तो उसको फांसी की सजा दी जाए।
वहींं, मृतका के भाई ने कल शाम को मीडिया के सामने आरोप लगाए थे कि एक सिपाही ने उसकी बहन के साथ रेप भी किया। जोर जबरदस्ती और मारपीट से उसकी मौत हो गई। जून में उसकी शादी होनी थी। वहीं, दूसरी बहन के साथ मारपीट की गई है। पीड़िता के भाई ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस विधायक के दबाव में काम कर रही है।
कन्हैया यादव की मृत पुत्री निशा यादव उर्फ गुड़िया का देर रात पोस्टमार्टम कराया गया। इसके बाद पुलिस की सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार हुआ। गांव में अभी भी तनाव का माहौल कायम है। गांव के दो रास्तों पर पुलिस और पीएसी के जवानों को तैनात कर दिया गया है। गांव के एक हिस्से में कर्फ्यू जैसा माहौल लग रहा है। भारी पुलिस-बल को देखते हुए लोग अपने घरों में ही कैद हैं। कोई बाहर नहीं निकल रहा है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि जिलाधिकारी ने प्राथमिक जांच के बाद सैयदराजा थाना प्रभारी उदय प्रताप सिंह को सस्पेंड कर दिया है और साथ ही मुकदमा दर्ज कर उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं। पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने कहा कि यदि मामले में कोई पुलिसकर्मी दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
इस प्रकरण को लेकर पुलिस की भूमिका को लेकर राजनीति शुरू हो गयी है। इस बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि चंदौली में पुलिस ने जानबूझकर उस घर पर छापा मारा। जब पुलिस को कोई नहीं मिला तो उन्होंने बहन को बुरी तरह से मारा। अखिलेश यादव ने कहा कि पुलिस के खिलाफ 302 के तहत मुकदमा दर्ज होना चाहिए। अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है । अखिलेश यादव ने एक अखबार की हेडिंग को ट्वीट किया है और आश्चर्य जताया है कि भाजपा 2.0 के राज में…
वहीं समाजवादी पार्टी मीडिया के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया है, ‘शर्मनाक! यूपी पुलिस घर में घुसकर लूट करती है, यूपी पुलिस घर में घुसकर रेप करती है, यूपी पुलिस घर में घुसकर हत्या करती है, ये योगीराज भाजपा सरकार की पुलिस है, ये पुलिस नहीं हत्यारी पुलिस है, बहन बेटियों की रेपिस्ट पुलिस है, योगी जी के राज में पुलिस का तांडव अपने चरम पर है!’
दूसरे ट्वीट में लिखा गया है कि ईश्वर के घर देर है अंधेर नहीं , जिस पुलिस को असीमित अधिकार देकर योगी जी सरकारी गुंडागर्दी करवा रहे हैं एक दिन वही पुलिस भस्मासुर बनकर भाजपाइयों को भी नहीं बक्शेगी , लोकतंत्र में मर्यादा ,राजधर्म और शुचिता होती है, लेकिन इस भाजपा शासनकाल में सब खत्म हो चुका है.
वहीं, इस घटना पर डिप्टी सीएम केशव मौर्या ने कहा- मुकदमा दर्ज हो गया है, संबंधित थाने के जो इंस्पेक्टर थे, उनको तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। जांच होने दीजिए, जांच के बाद रिपोर्ट आएगी, तो उसके मुताबिक कार्रवाई होगी। इसलिए मुकदमा दर्ज किया गया है।
मौर्या ने अखिलेश यादव के पुलिस को हत्यारी कहने के आरोप पर कहा कि सपा अध्यक्ष बौखलाए हुए हैं। उन्होंने कहा है कि अखिलेश यादव बौखलाहट में अनाप-शनाप बोल रहे हैं।