सिरसा, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने आज कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को चाहिए कि वह निहत्थे किसानों पर वाटर कैनन, आंसू गैस व लाठीचार्ज करवाने के बजाय तीन कृषि कानूनों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समझाने की कोशिश करें ताकि समस्या का समाधान निकल सके।
श्री चौटाला आज करनाल के गांव कैमला में प्रस्तावित मुख्यमंत्री की ‘किसान महापंचायत’ के किसानों के विरोध के कारण ‘विफल‘ हो जाने पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे।
इनेलो नेता ने कहा कि श्री खट्टर किसानों को शांत करने की बजाय समांतर आयोजन कर किसानों को और अधिक उग्र करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा तीनों कृषि कानून किसानों के लिए डेथ वारंट हैं। उन्होंने कहा कि किसान इन कानूनों को लागू करने को लेकर राजी नहीं है, तो ऐसे में प्रधानमंत्री का दायित्व बनता है कि इन कानूनों को वापस लेने का काम करें।
श्री चौटाला ने आरोप लगाया कि श्री खट्टर जैसे नेता ही प्रधानमंत्री को गुमराह कर रहे हैं कि हरियाणा व दिल्ली की सरहद पर बैठे किसान बड़े किसान हैं, जबकि हकीकत यह है कि इस आंदोलन में हरियाणा, पंजाब राजस्थान, उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश आदि राज्यों से मजदूर, मंझले किसान, बड़े किसान, व्यापारी व आढ़ती सब शामिल हैं। उन्होंने दावा किया कि इससे भी बढ़कर अब यह आंदोलन मात्र किसान का न रहकर आमजन का हो गया है।
श्री चौटाला ने दोहराया कि वह 26 जनवरी के बाद ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा में अपनी सदस्यता से इस्तीफा देने की बात पर अटल हैं।