पटना, लोकतंत्र के महापर्व चुनाव में राजनीतिक दलों ने महिलाओं को प्रत्याशी बनाने में भले ही ज्यादा अहमियत न दी हो लेकिन इस बार बिहार विधानसभा के प्रथम चरण के चुनाव वाले 71 में से 17 क्षेत्र में महिलाओं ने मताधिकार के मामले में पुरुषों को भी पछाड़ दिया है।
राज्य निर्वाचन कार्यालय से रविवार को प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, 28 अक्टूबर को संपन्न प्रथम चरण के चुनाव वाले भागलपुर जिले के कहलगांव, बांका जिले के अमरपुर, धोरैया, बांका, कटोरिया और बेलहर, मुंगेर जिले के तारापुर, लखीसराय के सूरजगढ़ा, शेखपुरा जिले के शेखपुरा, गया जिले के शेरघाटी, इमामगंज, बाराचट्टी, बोधगया, नवादा के रजौली, गोविंदपुर और जमुई जिले के सिकंदरा, झाझा तथा चकाई विधानसभा क्षेत्र में महिलाओं ने पुरुषों की तुलना में ज्यादा मतदान किया ।
बिहार के उग्रवाद प्रभावित गया जिले के चार विधानसभा क्षेत्रों में महिलाएं नक्सलियों के भय को धता बताते हुए मतदान में पुरुषों से आगे रही। प्रथम चरण के मतदान वाले 16 जिले के 71 विधानसभा क्षेत्र में पुरुषों से आगे बढ़ चढ़कर मतदान में हिस्सा लेने वाली महिलाओं में गया जिले के इमामगंज (सुरक्षित) की ही हैं । इस क्षेत्र में पुरुषों की तुलना में 07.55 प्रतिशत अधिक महिलाओं ने मतदान किया।
यहां पुरुषों के मतदान का प्रतिशत जहां 55.1 है वहीं महिलाओं के मतदान का प्रतिशत 62.56 रहा । इसी विधानसभा क्षेत्र से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतनराम मांझी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) उम्मीदवार के तौर पर और बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के टिकट पर महागठबंधन के प्रत्याशी हैं।