लखनऊ, पुष्पेंद्र यादव के एनकाउंटर पर सवाल खड़े करते हुये अब विपक्षी दलों ने योगी सरकार पर हमला शुरू कर दिया है।
वहीं सोशल मीडिया पर भी लोग अब इस एनकाउंटर पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
जब से सूबे में योगी सरकार बनी है तभी से तेजी से एनकाउन्टर करने का सिलसिला अनवरत जारी है।
उत्तर प्रदेश में हुये एंकाउंटर में अबतक 60 से ज्यादा लोग मारे गए हैं।
विपक्ष के प्रमुख नेताओं का मृतक के गांव करगुवां खुर्द पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बुधवार को मृतक के गांव करगुवां खुर्द पहुंचेंगे।
हालांकि, उनके आने का समय तय नहीं है।
शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ने भी इस मामले में योगी सरकार को कटघरे में खड़ा किया है.
अखिलेश यादव से पहले ही प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आदित्य यादव दोपहर 2 बजे करगुवां खुर्द पहुंचकर पुष्पेंद्र
यादव के परिजनों से मुलाकात की ।
उन्होने कहा कि यह मुठभेड़ नही हत्या है, इसकी सीबीआई जांच कराई जाये।
पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस नेता प्रदीप जैन भी मंगलवार को मृतक के गांव जाएंगे।
वहीं, बसपा की बैठक में मुख्य जोन इंचार्ज तिलक चंद्र अहिरवार ने कहा कि पुष्पेंद्र यादव मुठभेड़ कांड की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
लालाराम अहिरवार ने कहा कि पुष्पेंद्र का कोई आपराधिक इतिहास नहीं था।
इस मामले में कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को डीआईजी से मिला और आंदोलन की चेतावनी देते हुए एनकाउंटर की सीबीआई जांच
की मांग की।
राज्यसभा सांसद चंद्रपाल सिंह यादव ने इसे हत्या करार देते हुए आरोप लगाया कि मोठ पुलिस ने पुष्पेंद्र का ट्रक पकड़ लिया था और पैसे के
लेनदेन के विवाद में उसकी हत्या कर दी. चंद्रपाल सिंह ने कहा कि पुलिस ने कार लेकर भागने की मनगढंत कहानी रची है.
रास्ते में इतने थाने पड़ते हैं, लेकिन उसे कहीं रोका क्यों नहीं गया था.
वहीं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इसे फर्जी एनकाउंटर करार देते हुए बीजेपी और योगी सरकार पर निशाना साधा है.
झाँसी में फ़र्ज़ी एनकाउंटर में मारे गए पुष्पेंद्र यादव को न्याय देने के बजाए उलटा शोकाकुल परिजनों पर झूठा मुक़दमा दर्ज!
आरोपी एसओ धर्मेन्द्र सिंह पर दर्ज हो 302 का मुक़दमा।इस मामले समेत पूर्व में हुए सभी फ़र्ज़ी एनकाउंटरों की हाई कोर्ट के
माननीय सिटिंग जज से जाँच कराने की माँग।
वहीं योगी सरकार में मंत्री और पार्टी के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह का कहना है पुष्पेंद्र खनन माफिया था और अब समाजवादी पार्टी खनन
माफिया के साथ खड़ी दिख रही है.
अखिलेश यादव जी का झाँसी में एनकाउंटर में मारे गए पुष्पेंद्र यादव के घर जाना खनन माफ़िया एवं जातिवाद के प्रति उनका
लगाव ही है ।
एक माफ़िया जो एक प्रभारी इंस्पेक्टर को गोली मार दे और दोनों तरफ़ से गोली चलने के बाद मारा जाय उसके लिए सहानभूति
रखना अखिलेश जी आपकी सोच को दर्शाता है