लखनऊ, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में सामूहिक हत्याकांड पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक व्यक्त करते हुये दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिये हैं वहीं दस दिनों के भीतर संगम नगरी में दूसरी बार हुये नृशंस हत्याकांड को लेकर विपक्ष ने सरकार के प्रति आक्रमक तेवर अपना लिया है।
प्रयागराज के गंगापार थरवई क्षेत्र में शनिवार सुबह एक ही परिवार के पांच सदस्यों की नृशंस हत्या कर दी गयी। मुख्यमंत्री ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और घायल हुए लोगों का समुचित उपचार कराए जाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को मौके पर पहुंच कर निष्पक्षता के साथ जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कारवाई करने के निर्देश दिए।
उधर, बहुजन समाज पार्टी (बसपा),समाजवादी पार्टी (सपा),कांग्रेस और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) ने इस जघन्य हत्याकांड पर दुख व्यक्त करते हुये इसे राज्य की बदतर कानून व्यवस्था का परिचायक बताया है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। प्रसपा अध्यक्ष ने घटना का जायजा लेने के लिये प्रयागराज जा रहे हैं।
बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट किया “ प्रयागराज में एक ही परिवार के पांच लोगों की निर्मम हत्या किए जाने की खबर अति-दुःखद, निन्दनीय व चिन्ताजनक। सरकार घटना की तह में जाकर दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करे।”
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया “ भाजपा 2.0 के राज में, यूपी डूबा अपराध में। आज का अपराधनामा।”
प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव ने ट्वीट किया “ प्रयागराज में एक बार फिर से एक ही परिवार के पांच लोगों की सामूहिक नृशंस हत्या की दुःखद खबर ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। मृतकों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। भावपूर्ण श्रद्धांजलि…। प्रदेश के मुख्यमंत्री से मेरा आग्रह है कि घटना की किसी स्वतंत्र एजेंसी से समयबद्ध जांच कराकर पूरे घटनाक्रम का पर्दाफाश करें व दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। घटना के प्रति विरोध दर्ज करने व शोकाकुल परिवार से मिलने मैं प्रयागराज पहुंच रहा हूं।”
प्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट किया “ प्रयागराज सीरियल किलिंग का गढ़ बन चुका है। एक ही हफ्ते में दो परिवारों की हत्या हो चुकी है। यह यूपी के मुख्यमंत्री की अयोग्यता है कि वे अब तक इसके लिए एक विशेष जांच दल तक नहीं गठित कर सके। इसे तत्काल रोका जाना चाहिए।”
गौरतलब है कि इससे पहले गंगापार के नवाबगंज में पिछले सप्ताह एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या हुई थी। उनमें पति-पत्नी और उनकी तीन बेटियां थीं। बाद में पता चला था कि गहस्वामी ने ही पहले सभी की हत्या कर खुद भी आत्महत्या कर लिया था।