इस शहर के हिंदू घरों, मंदिरों पर लहरा रहा है पाकिस्तानी झंडा…
August 21, 2019
नई दिल्ली,गुजरात से सटे बॉर्डर से कुछ मकानों पर पाकिस्तान का झंडा लहराने का नज़ारा दिखता है. मकान ही नहीं, मंदिरों के शिखरों पर भी देवी या देवता के झंडे के साथ पाकिस्तानी झंडा दिख जाता है. अस्ल में, भारत के गुजरात राज्य से पाकिस्तान का जो बॉर्डर कच्छ के पास जुड़ता है, वहां पाकिस्तानी हिस्से में बड़ी संख्या में हिंदू रहते हैं. थारपारकर ज़िला पाकिस्तान के सिंध प्रांत का वो ज़िला है, जहां लाखों की तादाद में हिंदू रहते हैं. जानते हैं कि इन हिंदू घरों और मंदिर प्रांगणों में पाकिस्तानी झंडा लहराने की वजह और अतीत क्या है.
सिंध प्रांत के सबसे पिछड़े ज़िले के तौर पर गिने जाने वाले थारपारकर की कुल आबादी करीब 17 लाख है, जिसमें से 41 फीसदी से ज़्यादा हिंदू हैं. ये आंकड़ा 2017 की जनगणना का है लेकिन बीबीसी ने एक रिपोर्ट में कहा है कि पाकिस्तान के इस ज़िले में हिंदुओं की आबादी मुसलमानों से ज़्यादा है. इसी रिपोर्ट में दर्ज है कि हाल में, गुजरात के बॉर्डर से साफ देखा गया कि इस ज़िले की सीमा में बने शेरांवाली मां के एक मंदिर की छत पर पाकिस्तानी झंडा लहरा रहा था.
थारपारकर के हिंदुओं के घरों, गाड़ियों और कुछ मंदिरों पर भी इस समय में पाकिस्तानी झंडे लहराने का कारण कश्मीर को लेकर बने ताज़ा हालात हैं. भारत ने जम्मू कश्मीर राज्य के पुनर्गठन का जो फैसला किया है, बताया जा रहा है कि उसे लेकर पूरे पाकिस्तान में काफी गुस्सा है. पाकिस्तानी मीडिया समूह ट्रिब्यून की रिपोर्ट को सच मानें तो पाक के सिंध प्रांत में इस फैसले का ज़बरदस्त विरोध किया गया और लोगों व स्थानीय नेताओं ने मिलकर भारत के झंडे, नक्शे के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला भी फूंका था.
इसी रिपोर्ट के मुताबिक इस फैसले के बाद काले दिन के तौर पर जताए गए विरोध प्रदर्शन में पाकिस्तान के हिंदू समुदाय ने खुलकर शिरकत की और पाकिस्तान यानी अपने देश के प्रति वफ़ादारी ज़ाहिर करते हुए भारत के कदम को ग़लत करार दिया. ये भी कहा गया कि पाकिस्तान के हिंदू पूरी तरह से पाकिस्तानी सेना और कश्मीर के लोगों की भावनाओं के साथ हैं. इन्हीं घटनाक्रमों के चलते पाकिस्तान के हिंदू बहुल सिंध इलाके में जगह जगह पाकिस्तानी झंडे लहराते दिख रहे हैं.