बुद्ध अवशेषों के भव्य स्वागत पर गदगद हुए पीएम मोदी, भूटान का जताया आभार

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने भूटान सरकार और उन स्थानीय नागरिकों की सराहना की, जिन्होंने भारत से भेजे गए भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों का जबरदस्त श्रद्धा के साथ स्वागत किया। पीएम मोदी ने आभार जताते हुए बुद्ध के उपदेशों को दोनों देशों के बीच एक पवित्र कड़ी की तरह बताया, वहीं डॉ. जयशंकर ने भूटानी नेतृत्व और जनता द्वारा पवित्र अवशेषों के प्रति दिखाए गए सम्मान पर खुशी व्यक्त की।

पिपरहवा-कपिलवस्तु अवशेष के नाम से जाने जाने वाले ये अवशेष काफी ऐतिहासिक एवं आध्यात्मिक महत्व रखते हैं, जो नई दिल्ली के राष्ट्रीय संग्रहालय में स्थापित हैं। ये दुनिया भर की बौद्ध परंपरा में सबसे पूजनीय वस्तुओं में से हैं, जो भगवान बुद्ध की शारीरिक उपस्थिति और स्थायी आशीर्वाद से सीधा और ठोस जुड़ाव प्रदान करते हैं। भारत से भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों का एक हिस्सा शनिवार को भूटान की राजधानी थिम्पू स्थित प्रमुख मठ ताशिछो-डजोंग में स्थापित किया गया था।

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा भारत से लाए गए भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों का आदरपूर्वक स्वागत करने के लिए भूटान के लोगों और नेतृत्व को हार्दिक धन्यवाद। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि ये अवशेष शांति, करुणा और सौहार्द का शाश्वत संदेश देते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध के उपदेश भारत और भूटान की साझा आध्यात्मिक धरोहर के बीच एक पवित्र कड़ी की तरह हैं।

वहीं विदेश मंत्री जयशंकर ने एक्स पर लिखा भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों का भूटान सरकार और जनता द्वारा किए गए गर्मजोशी भरे स्वागत को देखकर मैं बहुत प्रभावित हूं।

थिम्फू स्थित भारतीय दूतावास के अनुसार भगवान बुद्ध के इन पवित्र अवशेषों को ताशिछो-डजोंग के ग्रैंड कुएनरे हॉल में पारंपरिक चिपड्रेल जुलूस, प्रार्थनाओं, धार्मिक अनुष्ठानों और गार्ड ऑफ ऑनर के साथ स्थापित किया गया। संस्कृति मंत्रालय के अनुसार, ये अवशेष 8 से 18 नवंबर तक आमजन के दर्शन हेतु रखे जाएंगे और यह कदम भारत और भूटान के बीच गहन आध्यात्मिक एकता को दर्शाता है। गौरतलब है कि पीएम मोदी 11 नवंबर को दो दिवसीय भूटान यात्रा पर जाएंगे और उनकी इस यात्रा में द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर ध्यान दिया जाएगा।

(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)

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