नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रीलंका में 30 मार्च को होने जा रहे 5वें बिमस्टेेक शिखर सम्मेलन में वर्चुअली हिस्सा लेंगे।
शनिवार को जारी आधिकारिक बयान में बताया गया कि कोविड महामारी से जुड़ी चुनौतियों और अंतरराष्ट्रीय तंत्र के भीतर चल रही अनिश्चितता को झेल रहे संगठन के सदस्य देशों के लिए यह जरूरी हो गया है कि बिमस्टेक में तकनीकी और आर्थिक सहयोग को अगले स्तर पर ले जाया जाए।
काेलंबो में होने जा रहे शिखर सम्मेलन में बिमस्टेक चार्टर , सदस्य देशों के बीच यातायात संपर्क बढ़ाने के लिए योजना और आपराधिक मामलों में परस्पर कानूनी मदद देने के लिए बिमस्टेक कनवेंशन को स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। इस दौरान बिमस्टेक तटीय नौवहन समझाौते,सदस्य देशों के बीच मोटर वाहन समझौते को भी अंतिम रूप दिया जा सकता है।
बिमस्टेक में बंगाल की खाड़ी की सीमा से लगते देश बांगलादेश, भूटान, भारत, नेपाल, श्रीलंका, म्यांमार और थाईलैंड शामिल हैं।