लखनऊ, चौरी चौरा कांड के शताब्दी महोत्सव का उदघाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे, कार्यक्रमों का सजीव प्रसारण भी किया जाएगा।
स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेजी साम्राज्य की चूलें हिला देने वाले चौरी चौरा कांड के शताब्दी महोत्सव का उदघाटन चार फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे और इस ऐतिहासिक अवसर पर एक डाक टिकट जारी करेंगे।
शताब्दी महोत्सव कार्यक्रम से जनप्रतिनिधियों के अलावा शहीदों एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजन भी जुड़ेंगे। सभी जिले के स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों के विद्यार्थी तथा आम नागरिक भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। कार्यक्रमों का सजीव प्रसारण भी किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव, गोरखपुर के मुख्य आयोजन सहित पूरे प्रदेश में इस कार्यक्रम के सम्बन्ध में की जाने वाली तैयारियों की समीक्षा की। शताब्दी महोत्सव के शुभारम्भ समेत वर्ष पर्यन्त चलने वाले आयोजनों के सम्बन्ध में निर्देश देते हुए श्री योगी ने कहा कि प्रत्येक जिले में शहीद स्थलों, ग्रामों, स्मारकों पर पूरे वर्ष शहीदों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों व घटनाओं से सम्बन्धित तिथियों को चिन्ह्ति करते हुए कार्यक्रम संचालित किए जाएं।
उन्होने कहा कि शहीद स्थलों, शहीद ग्रामों, स्मारकों पर सप्ताह में एक दिन पुलिस बैण्ड द्वारा देश भक्ति की रचनाओं पर आधारित प्रस्तुति की जाए। शहीदों एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को सम्मानित किया जाए।
श्री योगी ने कहा कि चार फरवरी को प्रदेश के सभी शहीद स्थलों, स्मारकों व ग्रामों में सायं दीप प्रज्ज्वलन किया जाए तथा देश भक्ति की भावना पर आधारित कवि सम्मेलन आदि आयोजित किए जाएं। इन कवि सम्मेलनों में स्थानीय कवियों को प्रधानता दी जाए। उन्होंने कहा कि अन्तर्विभागीय समन्वय करते हुए कार्यक्रमों का संचालन हो। प्रातः 10 बजे समवेत स्वर में ‘वन्दे मातरम’ का गायन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 03, 04 व 05 फरवरी को पूरे प्रदेश में विशेष स्वच्छता अभियान संचालित किया जाए। उन्होंने कहा कि कार्यक्रमों के माध्यम से स्वच्छता, स्वदेशी व स्वावलम्बन का सन्देश जन-जन तक पहुंचे।
मुख्यमंत्री ने ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज तथा नगर विकास विभाग को शहीद स्थलों, शहीद ग्रामों, स्मारकों आदि की साफ-सफाई, रंगाई-पुताई, प्रकाश व्यवस्था, कनेक्टिविटी, जीर्णोद्धार, सौन्दर्यीकरण आदि की समुचित व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बेसिक, माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा विभाग चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव के सम्बन्ध में वर्ष पर्यन्त चलने वाले कार्यक्रमों की रूप-रेखा बनाकर उन्हें संचालित करे। स्वाधीनता आन्दोलन के सम्बन्ध में विशिष्ट शोध कार्य किया जाए।
उन्होने कहा कि लोक गायन, लोक परम्परा और लोक मान्यता को दृष्टिगत रखते हुए कार्यक्रमों का संचालन हो। अलग-अलग तिथियों पर अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित हों। निबन्ध लेखन, पेण्टिंग, क्विज़, सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी, वाद-विवाद आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाए। प्रदर्शनियां, पुस्तक मेला तथा अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएं। शहीदों व स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों तथा इनसे सम्बन्धित स्थलों तथा स्वाधीनता आन्दोलन के सम्बन्ध में विभिन्न माध्यमों से लोगों को परिचित कराया जाए। सभी कार्यक्रमों में अधिक से अधिक जनसहभागिता सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सन् 1857 के स्वतंत्रता संग्राम से स्वातंत्र्य समर का शुभारम्भ हुआ। स्वाधीनता आन्दोलन में सन् 1922 की चौरी-चौरा की घटना सहित काकोरी एवं अन्य घटनाएं महत्वपूर्ण कड़ी बनीं। इन घटनाओं ने स्वतंत्रता आन्दोलन को दिशा देते हुए भारत को आजाद कराया। चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव लोगों में राष्ट्र भक्ति और देश प्रेम की भावना जागृत करने में सहायक होगा। इससे चौरी-चौरा की घटना तथा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सम्बन्ध में समग्र जानकारी प्राप्त हो सकेगी।