पीलीभीत , कर्नाटक में कांग्रेस की जीत पर व्हाट्सएप पर आपत्तिजनक स्टेटस लगाने के मामले में पीलीभीत जिले के मरोड़ी ब्लॉक की सचिव ने माफी मांगी है। साथ ही यह भी कहा है कि छोटे भाई ने अनजाने में ऐसा कर दिया था। ऐसे में उन्हें कड़ी चेतावनी देते हुए नोटिस जारी किया गया है।
पीलीभीत जिले के मरौरी ब्लॉक में ग्राम पंचायत अधिकारी के पद पर तैनात कुमारी आरुषि ने बीते दिनों कर्नाटक में होने वाले चुनाव को लेकर एक प्रतिक्रिया करते हुए व्हाट्सएप पर वायरल कर दिया। पोस्ट को देखने के बाद हर कोई दंग रहा गया कि एक सरकारी कर्मी भी ऐसी पोस्ट डाल सकता है। मामला सीडीओ धर्मेंद्र प्रताप सिंह के संज्ञान में आने के बाद उन्होंने डीपीआरओ वचास्पति झा को सचिव आरुषि को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं।
डीपीआरओ के अनुसार आरोपी सचिब का जवाब आने के बाद उसे सीडीओ के पास भेज दिया गया है। अब आगे की कार्रवाई प्रशासनिक अफसरों के स्तर से होगी। डीपीआरओ वचास्पति झा के अनुसार सचिव की ओर से जो पोस्ट डाली गई थी,उस पर उन्हें नोटिस जारी किया गया है। जिसका जवाब मिल गया है और आगे का फैसला उच्चधिकारियों के स्तर से होगा।
जिला पंचायत राज अधिकारी ने मीडिया को बताया कि सचिब कुमारी आरुषि ने लिखित में माफी मांगी है,भविष्य में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सचिव के इस स्पष्टीकरण पर डीपीआरओ ने उन्हें चेतावनी पत्र जारी किया है। साथ ही इसे कर्मचारी नियमावली का उल्लंघन बताया है। यह भी कहा है कि भविष्य में पुनरावृत्ति होती है तो उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि कर्नाटक में कांग्रेस की जीत पर पीलीभीत जिले के मरोड़ी ब्लॉक की सचिव कुमारी आरुषि कुमार ने अपने मोबाइल पर आपत्तिजनक स्टेटस लगाया था। यह स्टेटस सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जिला पंचायत राज अधिकारी ने कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए तीन दिन के भीतर कुमारी आरुषि से स्पष्टीकरण मांगा था। नोटिस पर सचिव आरुषि ने सफाई देते हुए कहा कि 13 मई को घर पर उनका मोबाइल चार्जिंग में लगा था और वह घर से बाहर कुछ सामान खरीदने को बाजार गई थी। इस दौरान छोटे भाई ने नादानी में स्टेटस बदल दिया। उन्हें जब इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने उस स्टेटस को हटा दिया। इस संबंध में माफी मांगते हुए ऐसी गलती दोबारा नहीं होने की बात कही है।