कानपुर, कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल रहे हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे अभी भी पुलिस के पकड़ से बाहर है। पुलिसकर्मियों की शहादत को 72 घंटे पूरे हो चुके हैं, ऐसे में विकास दुबे को पकड़ने के लिए 900 पुलिस जवानों की 60 टीमें लगाई गई है। साथ ही मोस्ट वांटेड विकास दुबे के पोस्टर टोल प्लाजा पर चस्पा कराए गए हैं।
विकास के साथी दयाशंकर ने पुलिस को वारदात से पहले तीस शॉर्प शूटर बुलाए जाने की जानकारी दी है, वहीं डीजीपी ने मोस्टवांटेड विकास दुबे पर घोषित इनमा की राशि बढ़ा दी है। पुलिस अधिकारी रोजाना बिकरू गांव पहुंच रहे और घटना में शामिल विकास समेत सभी बदमाशों का आपराधिक इतिहास खंगाल रहे हैं।
मोस्टवांटेड बदमाश विकास दुबे पर इनाम की राशि बढ़ाकर ढाई लाख रुपये कर दी गई है। डीजीपी ने कानपुर में आठ पुलिस कर्मियों की हत्या में शामिल मोस्टवांटेड अपराधी विकास दुबे कांड के मुख्य आरोपी पर ढाई लाख का इनाम घोषित कर दिया है।
पचास हजार रुपये के इनामी हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। आईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने विकास दुबे पर ईनाम की राशि बढ़ाकर ढाई लाख रुपये करने का प्रस्ताव रखते हुए फाइल डीजीपी कार्यालय भेजी थी।
बिकरू गांव में सीओ समेत आठ पुलिस जवानों की हत्या में अब तक की जांच में तीन पुलिस वाले मुखबिरी के शक में टारगेट पर थे, प्रथम दृष्टता जांच में ड्यूटी में लापरवाही किए जाने पर थाना चौबेपुर के उपनिरीक्षक कुंवर पाल और कृष्ण कुमार शर्मा तथा सिपाही राजीव को एसएसपी दिनेश कुमार पी ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।