अखिलेश यादव के रामपुर पहुंचने से पहले ही सियासत तेज, जबर्दस्त विरोध शुरू

रामपुर,  यूपी के पूर्व मुख्‍यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्‍यक्ष अखिलेश यादव  कल यानी 9 सितंबर को रामपुर में आजम खान के समर्थन में पहुंच रहे हैं।

लेकिन अखिलेश यादव  के रामपुर पहुंचने से पहले ही दौरे को लेकर सियासत तेज हो गई है।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष मुतिउर्रहमान बबलू ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर अखिलेश

यादव को रामपुर आने से रोकने की अपील की है।

उनका कहना है कि सपा प्रमुख के आने से रामपुर का माहौल बिगड़ सकता है।

कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि आजम खान  की पूरी राजनीति साम्प्रदायिक रही है।

वह षड़यंत्र करके अखिलेश यादव रामपुर बुला रहे हैं।

रामपुर में धारा 144 लागू है, वहां धरना-प्रदर्शन की इजाजत नहीं हैं।

रामपुर दौरे को लेकर, जिलाधिकारी ने भी शासन को पत्र लिखकर अखिलेश यादव के दौरे पर रोक लगाने की मांग की है।

रामपुर के जिलाधिकारी ने 10 तारीख को मुहर्रम के जुलूस के चलते सुरक्षा व्यवस्था को मुद्दा बताया है।

उनका कहना है कि मोहर्रम के जुलूस के चलते अखिलेश यादव को सुरक्षा देने और कार्यक्रमों की व्यवस्था करने में दिक्कत होगी।

अखिलेश यादव द्वारा 10 सितंबर के अपने रामपुर दौरे के कार्यक्रम की जानकारी न देने पर भी जिला प्रशासन को आपत्ति है।

कुछ स्थानीय संगठनों और लोगों द्वारा अखिलेश यादव के दौरे के विरोध का भी प्रशासन ने संज्ञान लिया है।

सभी परिस्थितियों से शासन को डीएम ने अवगत कराया है।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सोमवार को रामपुर जाएंगे और सपा नेता आजम के समर्थन में रामपुर में हुंकार भरेंगे।

कुछ दिनों पहले ही मुलायम सिंह यादव ने प्रेसवार्ता कर आजम खान पर हो रही कार्यवाही को गलत बताते हुए सपाइयों से आंदोलन की बात कही थी।

उन्होने कहा था कि आजम खान को जानबूझकर बदनाम किया गया।

उनके खिलाफ अन्याय किया जा रहा है और अगर यह बंद नहीं किया गया तो सपा सड़कों पर उतरेगी।

समाजवादी पार्टी के ट्विवटर हैंडल पर मिली जानकारी के मुताबिक, 9-10 सितंबर की रात अखिलेश वहीं ठहरेंगे।

काफी संख्या मे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के रामपुर कूच करने की भी जानकारी मिल रही है।

 

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