लखनऊ, भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय युवा नेता प्रत्यूष मणि त्रिपाठी की हत्या का खुलासा हो गया है। पुलिस के अनुसार, प्रत्यूष ने अपने पड़ोसियों को फंसाने के लिए खुद पर हमले की साजिश रची थी लेकिन हादसे में उसकी चालाकी भारी पड़ी और उसकी मौत हो गई।
लखनऊ पुलिस ने महानगर क्षेत्र में गत तीन दिसम्बर की रात भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय युवा नेता प्रत्यूष मणि त्रिपाठी की हत्या के मामले में मुख्य चार आरोपियों को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया।पुलिस के अनुसार,अमित उवस्थी उर्फ राजा, आशीष अवस्थी , महेंद्र गुप्ता और अनिल राणा समेत पांच दोस्तों ने प्रत्यूष की सहमति से वारदात को अंजाम दिया था। इस हमले में खुद को घायल दिखाकर प्रत्यूष पड़ोसियों को 307 में फंसाना चाहता था और गनर पाना चाहता था।
सोमवार (03 दिसंबर) की देर रात प्रत्यूष मणि पर हमला हुआ था और ट्रॉमा सेंटर में उसकी मौत हो गई थी। पुलिस को प्रत्यूष के इन तीनों दोस्तों पर शुरू से ही शक था। मामले में दो नामजद आरोपियों को अगले दिन ही गिरफ्तार कर लिया गया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी के अनुसार पुलिस ने सीसीटी वी फुटेज के आधार पर प्रत्यूष त्रिपाठी की हत्या में शामिल चार आरोपियों अनिल कुमार राणाए आशीष अवस्थी एमहेन्द्र गुप्ता और प्रभात कुमार को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और मोबाइल फोन कॉल डिटेल के आधार पर गिरफ्तारी करने में मदद मिली।
उन्होंने बताया कि पकड़े गये आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि गत 25 नवम्बर को प्रत्यूष के साथ मारपीट करने वाले चार अारोपियों सलमान, अदनान, शिबू और जीशान को गिरफ्तार किया गया था। विवेचना में इन लोगों की घटनास्थल पर मौजूदगी नहीं पाई गई । भाजपा के युवा नेता की हत्या को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हत्यारों को जल्द पकड़ने के निर्देश दिए थे ।