अजमेर, राजस्थान में अजमेर से बिहार के लिए एक और श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाए जाने की योजना बनाई गई है।
अजमेर रेल प्रशासन एवं जिला प्रशासन ने संयुक्त प्रयास कर बिहार के लिए दूसरी स्पेशल ट्रेन को भेजने की परस्पर सहमति बना ली है लेकिन अब इसमें एक बार फिर बिहार सरकार की सहमति जरूरी होगी। जैसे ही बिहार सरकार से मंजूरी मिलेगी बिहार के लिए श्रमिक स्पेशल को रवाना किया जाएगा।
पुष्ट जानकारी के मुताबिक अजमेर जिले और उसके नजदीकी नागौर, भीलवाड़ा, टोंक क्षेत्रों में भी बिहार के श्रमिक फंसे हुए है। इसको देखते हुए 1500 श्रमिकों के लिए राहत की यह योजना तैयार की जा रही है ताकि श्रमिकों को उनके गृहराज्य भिजवाया जा सके।
हालांकि अभी यह तय नहीं है कि इस विशेष ट्रेन को अजमेर से बिहार के किस जिले के लिए भिजवाया जाएगा। यह भी बिहार सरकार की सहमति पर निर्भर करेगा। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार बिहार से जुड़े करीब 1100 श्रमिकों की सूची उनके पास मौजूद है लेकिन प्रयास ये किया जा रहा है कि एकबार में 1500 श्रमिकों को रवानगी दिलाई जा सके। इसके लिए रेलवे अतिरिक्त कोच की व्यवस्था भी करेगा।
इधर, अजमेर दरगाह क्षेत्र में आज भी पिछले 55 दिनों से कर्नाटक और महाराष्ट्र के जायरीन फंसे हुए है और उन्हें भी स्थानीय प्रशासन व सरकार के साथ साथ अपने अपने राज्य की सरकारों की कृपा दृष्टि का इंतजार है। दरगाह क्षेत्र में आज भी 500 से ज्यादा जायरीन अपने घर जाने का इंतजार कर रहे है।