नयी दिल्ली, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कोरोना काल में अपना जीवन खोने वाले देशवासियों को विनम्र श्रद्दांजलि दी।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कोरोना संकट के दौरान असमय अपना जीवन खोने वाले देशवासियों को विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए शुक्रवार को कहा कि सरकार के समय पर लिए गये सटीक फैसलों से लाखों देशवासियों का जीवन बचा है।
श्री कोविंद ने संसद के संयुक्त अधिवेशन को सम्बोधित करते हुए कहा “महामारी के खिलाफ इस लड़ाई में हमने अनेक देशवासियों को असमय खोया भी है। हम सभी के प्रिय और मेरे पूर्ववर्ती राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का निधन भी कोरोना काल में हुआ। संसद के छह सदस्य भी कोरोना की वजह से असमय हमें छोड़कर चले गये। मैं सभी के प्रति अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।”
उन्होंने कहा कि सरकार के समय पर लिए गये सटीक फैसलों से लाखों देशवासियों का जीवन बचा है। आज देश में कोरोना के नये मरीजों की संख्या भी तेजी से घट रही है और जो संक्रमण से ठीक हो चुके हैं उनकी संख्या भी बहुत अधिक है। अर्थव्यवस्था को सँभालने के लिए रिकॉर्ड आर्थिक पैकेज की घोषणा के साथ ही सरकार ने इस बात का भी ध्यान रखा कि किसी गरीब को भूखा न रहना पड़े। ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना’ के माध्यम से आठ महीनों तक 80 करोड़ लोगों को प्रतिमाह पाँच किलोग्राम अतिरिक्त अनाज नि:शुल्क सुनिश्चित किया गया। सरकार ने प्रवासी श्रमिकों, कामगारों और अपने घर से दूर रहने वाले लोगों की भी चिंता की।
राष्ट्रपति ने कहा कि महामारी के कारण शहरों से वापस आये प्रवासियों को उनके ही गाँवों में काम देने के लिए सरकार ने छह राज्यों में गरीब कल्याण रोजगार अभियान भी चलाया। इस अभियान की वजह से 50 करोड़ मानव दिवस के बराबर रोजगार पैदा हुआ। करीब 31 हजार करोड़ रुपये गरीब महिलाओं के जनधन खातों में सीधे ट्रांसफर भी किये। इस दौरान देशभर में उज्ज्वला योजना की लाभार्थी गरीब महिलाओं को 14 करोड़ से अधिक मुफ्त गैस सिलेंडर भी मिले।
कोरोना काल में बनी वैश्विक परिस्थितियों ने, जब हर देश की प्राथमिकता उसकी अपनी जरूरतें थीं, हमें यह याद दिलाया है कि आत्मनिर्भर भारत का निर्माण क्यों इतना महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि हमारे लिए गर्व की बात है कि आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चला रहा है। इस अभियान के दोनों टीके भारत में ही निर्मित हैं। संकट के इस समय में भारत ने मानवता के प्रति अपने दायित्व का निर्वहन करते हुये अनेक देशों को कोरोना टीकों की लाखों खुराक उपलब्ध कराई हैं।
सरकार द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में पिछले छह वर्षों में जो कार्य किये गये हैं, उनका बहुत बड़ा लाभ हमने इस कोरोना संकट के दौरान देखा है।