पटना, देश में रेल सुविधाओं का विस्तार करने और रेलवे की क्षमता बढ़ाने के लिए निजी-सार्वजनिक भागीदारी (पीपीपी) के तहत संसाधन जुटाने के प्रयास के मद्देनजर पूर्व-मध्य रेलवे (ईसीआर) पटना जंक्शन को क्लस्टर बना कर अलग-अलग दस रूट पर निजी ट्रेनों का परिचालन शुरू करेगा।
ईसीआर के महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी ने गुरुवार को वेबिनार के माध्यम से आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश में रेल सुविधाओं का विस्तार और आधारभूत संरचना का विकास करने के लिए सरकार की रेलवे में 12 लाख करोड़ रुपये निवेश की योजना है। संसाधन के रूप में इतनी बड़ी राशि जुटाना पाना किसी एक के लिए कठिन है। इसे ध्यान में रखते हुए रेलवे में पीपीपी के तहत निवेश जुटाने का मार्ग खोला गया है। उन्होंने बताया कि इसी के तहत ईसीआर ने बिहार से देश के अलग-अलग दस रूट पर निजी ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है।
ईसीआर के मुख्य सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी राजेश कुमार ने पावर प्वॉइंट प्रेजेंटेशन (पीपीटी) के माध्यम से इन निजी ट्रेनों के परिचालन की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ईसीआर ने बिहार से निजी ट्रेनों के परिचालन के लिए पटना को क्लस्टर के रूप चिन्हित किया है। ट्रेनों का परिचालन वर्ष 2023 तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
श्री कुमार ने बताया कि इन ट्रेनों में पटना-नयी दिल्ली, गया-आनंद विहार टर्मिनल, पटना-मुंबई, दरभंगा-मुंबई, दरभंगा-गुवाहाटी, पटना-बेंगलुरु, गोरखपुर-मुंबई, पटना-पुणे, आसनसोल-सूरत और आसनसोल-पुरी शामिल हैं। इन रूट पर कुल 20 जोड़ी ट्रेनें चलाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि इन ट्रेनों में पटना-नयी दिल्ली प्रतिदिन, पटना-बेंगलुरु सप्ताह में पाचं दिन, गया-आनंद विहार टर्मिनल सप्ताह में तीन दिन, पटना-मुंबई, गोरखपुर-मुंबई, पटना-पुणे और आसनसोल-पुरी सप्ताह में दो दिन तथा दरभंगा-मुंबई और दरभंगा-गुवाहाटी का परिचान सप्ताह में एक दिन होगा।