लखनऊ, लगातार पलायन कर रहे मजदूरों के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं. कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी का दर्द छलक गया. उन्होने उत्तर प्रदेश सरकार पर “सारी हदें पार करने” का आरोप लगाया.
प्रियंका गांधी ने ट्वीट में लिखा, “उप्र सरकार ने हद कर दी है. जब राजनीतिक परहेजों को परे करते हुए त्रस्त और असहाय प्रवासी भाई बहनों को मदद करने का मौका मिला तो दुनिया भर की बाधाएं सामने रख दिए.”
वहीं, उत्तर प्रदेश सरकार ने कांग्रेस नेताओं पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस की ओर से बसों की जो लिस्ट भेजी गई है, उनमें कई सारे वाहन दोपहिया, ऑटो और मालवाहक वाहन हैं. सरकार ने कहा कि बसों की सूची में गलत जानकारी देने के लिए वाड्रा के सचिव और उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
प्रियंका गांधी ने मंगलवार को अपने ट्वीट में लिखा-” मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी इन बसों पर आप चाहें तो भाजपा का बैनर लगा दीजिए, अपने पोस्टर बेशक लगा दीजिए लेकिन हमारे सेवा भाव को मत ठुकराइए क्योंकि इस राजनीतिक खिलवाड़ में तीन दिन व्यर्थ हो चुके हैं। और इन्ही तीन दिनों में हमारे देशवासी सड़कों पर चलते हुए दम तोड़ रहे हैं.”
कांग्रेस महासचिव ने कहा- “उप्र सरकार का खुद का बयान है कि हमारी 1049 बसों में से 879 बसें जाँच में सही पायीं गईं. ऊँचा नागला बॉर्डर पर आपके प्रशासन ने हमारी 500 बसों से ज्यादा बसों को घंटों से रोक रखा है. इधर दिल्ली बॉर्डर पर भी 300 से ज्यादा बसें पहुंच रही हैं. कृपया इन 879 बसों को तो चलने दीजिए. हम आपको कल 200 बसें की नयी सूची दिलाकर बसें उपलब्ध करा देंगे. बेशक आप इस सूची की भी जाँच कीजिएगा. लोग बहुत कष्ट में हैं. दुखी हैं. हम और देर नहीं कर सकते.”
शनिवार (16 मई) को यूपी को औरैया में हुए एक ट्रक एक्सिडेंट में 26 मजदूरों की मौत हो गई थी. जिसके बाद यूपी के सीएम ने मजदूरों के पैदल, साइकिल और ट्रकों के जरिए अपने घर जाने पर रोक लगा दी थी. जिसके बाद राज्य की सीमा पर मजदूरों की भीड़ लग गई. पैदल ही अपने घरों के लिए जा रहे मजदूरों के साथ हो रही दुर्घटनाओं के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्विटर पर वीडियो जारी कर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से बसों से भेजने की अपील की थी.
यूपी सरकार ने सोमवार को प्रियंका गांधी वाड्रा के उस आग्रह को स्वीकार किया था जिसमें उन्होंने 1,000 बसों के जरिए प्रवासी मजदूरों को लाने की अनुमति मांगी थी. कांग्रेस नेता ने ट्विटर पर वीडियो शेयर कर यह आग्रह किया था. इसके बाद यूपी सरकार ने पत्र द्वारा कांग्रेस नेता के कार्यालय से इस विषय पर बसों की जानकारी भी मांगी थी.