नयी दिल्ली, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावडेकर ने आज कहा कि डॉल्फिनों के संरक्षण के लिए प्रोजेक्ट डॉल्फिन की रूपरेखा तैयार कर 15 दिन के भीतर इसकी औपचारिक लॉन्चिंग की जायेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रोजेक्ट डॉल्फिन की घोषणा की थी। इसके तहत नदियों और समुद्रों में रहने वाली डॉल्फिन का संरक्षण कर उनकी संख्या बढ़ाई जायेगी। जहाँ डॉल्फिन पाई जाती है वहाँ मछुआरों और नदियों तथा समुद्रों पर निर्भर स्थानीय लोगों की मदद से इस परियोजना को अंजाम दिया जायेगा।
वन एवं पर्यावरण के संबंध में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के सचिवों तथा वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक वर्चुअल बैठक में श्री जावडेकर ने कहा “हमारी नदियों में तीन हजार डॉल्फिन हैं। बारह राज्यों के किनारे समुद्रों में भी डॉल्फिन मिलती हैं। पंद्रह दिन में प्रोजेक्ट डॉल्फिन की रूपरेखा तैयार कर इस कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे।”
उन्होंने बताया कि गुजरात में शेरों के संरक्षण के लिए शुरू किये ‘प्रोजेक्ट लॉयन’ का विस्तार अब पूरे देश में किया जायेगा। प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त को ही इसकी भी घोषणा की थी।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने कहा कि प्रोजेक्ट लॉयन से गुजरात में शेरों की संख्या बढ़ाने में मदद मिली है। अब राज्य में शेरों की संख्या 470 से बढ़कर 674 हो गई है। सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि इनका और संरक्षण तथा संवर्द्धन हो।