लखनऊ, शिक्षकों को प्रेरणा ऐप सेल्फ़ी नही भा रही है। सरकार द्वारा प्रेरणा ऐप सेल्फ़ी के माध्यम से उपस्थिति को लेकर शिक्षकों ने विरोध दर्ज कराया है।
प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षत स्नातक एसोसिएशन के प्रांतीय नेतृत्व के निर्देश पर, प्रदेश भर में सरकार द्वारा प्रेरणा ऐप सेल्फ़ी के माध्यम से उपस्थिति को लेकर अपना विरोध दर्ज कराया है।
प्रदेश अध्यक्ष विनय कुमार सिंह व प्रदेश महामंत्री आशुतोष मिश्र के आह्वाहन पर आज लखनऊ , बाराबंकी, जौनपुर,गोरखपुर बहराइच, अयोध्या, मैनपुरी,,एटा, शामली, हाथरस, बरेली, गोंडा, उन्नाव, मेरठ, अमरोहा समेत अनेको जनपदों में आज शिक्षकों ने आवश्यक बैठक बुलाकर अपना विरोध दर्ज कराया।
बैठक में मुख्य रूप से बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षकों पर विभाग एवं सरकार द्वारा आये दिन हो रहे नए-नए प्रयोगों पर विशेष रोष व्यक्त किया गया।
प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक को प्रांतीय अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षक का स्थान समाज में सबसे ऊपर है और शिक्षकों ने देश और प्रदेश को इस मुकाम तक पहुंचाया है कि विश्व मे हमारे देश की अलग पहचान बनी है। जिसमें हम शिक्षकों का विशेष योगदान है।
पर सरकार ने हम शिक्षकों की उपस्थिति के लिए आगामी 5 सितम्बर से प्रेरणा सेल्फी ऐप लागू करने जा रही है जिसमें प्रतिदिन विद्यालय समय मे तीन बार पूरे स्टाफ व बच्चों के साथ सेल्फी भेजनी है।
इस सेल्फी ऐप से हमारी निजता प्रभावित हो रही है। इस ऐप से शिक्षिकाएं अपने आप को इस आधुनिक युग मे असुरक्षित महसूस कर रही हैं।
सेल्फी ऐप कंपनी भी ये कह रही है कि हम आपको प्रेरणा एप से सुरक्षा की गारंटी नहीं दे सकते क्योंकि शिक्षकों द्वारा डाली गई फोटोज सिर्फ सेकंड पार्टी ही नहीं बल्कि ये सब किसी तीसरे के पास भी जाएगी।
इसलिए हम शिक्षक इस ऐप का विरोध करते हैं।
प्रांतीय अध्यक्ष ने कहा कि यदि सरकार द्वारा हमारी बातों का संज्ञान नहीं लिया जाता है तो हम आंदोलन या फिर कोर्ट का रास्ता अपनाएंगे।
प्रांतीय महामंत्री आशुतोष मिश्र ने कहा कि इस ऐप से सूचना मांगी जाए तो ठीक पर सेल्फी भेजने की व्यवस्था अव्यवहारिक है इसकी जगह अन्य विभागों की तरह बायोमेट्रिक सिस्टम लाया जा सकता है।
सरकार ने इसे तीन जनपदों के तीन ब्लाकों में प्रयोग के तौर पर लागू किया लेकिन किसी भी जनपद से अच्छे परिणाम नही आये।
केवल और केवल सारा दोष शिक्षकों पर मढ़ा जा रहा है, इसे प्रदेश भर के विद्यालयों में बिना तैयारी के लागू करना अव्यवहारिक है।
प्रांतीय सचिव लल्ली सिंह ने कहा कि इस तरह का व्यवहार शिक्षकों के प्रति संदेहास्पद रवैया कही न कही हम शिक्षको का मनोबल तोड़ रहा है।
इस अवसर पर प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षत स्नातक एसोसिएशन (PSPSA) की प्रदेश कार्यकारिणी के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे।