मुंबई, पुणे स्थित देश की सबसे बड़ी दवा निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की उस बिल्डिंग में उस जगह पर दोबारा आग लग गई है, जहां पर दोपहर को लगी थी। आग उसी बिल्डिंग के एक कंपार्टमेंट में लगी है। आग बुझाने का काम अभी जारी है। गुरुवार की दोपहर सीरम इंस्टीट्यूट के मंजिरी प्लांट के पास लगी थी। जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई। इससे पहले आग सीरम इंस्टीट्यूट के टर्मिनल गेट 1 के अंदर एसईजेड 3 बिल्डिंग की चौथी और पांचवीं मंजिल पर लगी थी।
सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावला ने कहा हमें तुरंत दुखद खबर मिली है। इस घटना में कुछ लोगों की जानें गई है। हम बेहद दुखी है और पीड़ित परिवार के सदस्यों को हमारी सहानुभूति है। सीरम में आग लगने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से यह बताया गया कि शुरुआती जानकारी में यह पता चला है कि पुणे के मंजरी स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में आग लगने की वजह इलैक्ट्रिक फॉल्ट है. यहां पर निर्माणाधीन कार्य चल रहा था।
सीरम इंस्टीट्यूट में हुए हादसे पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्ष वर्धन ने पीड़ित परिवारों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की। उन्होंने ट्वीट करते हुए- सीरम इंस्टीट्यट में हादसे और जान जानें की खबर दुर्भाग्यपूर्ण है। दुख की घड़ी में मेरा प्रार्थना और सांत्वना पीड़ित परिवारों के साथ है। आग पर काबू पाने के लिए पुणे सिटी पुलिस की तरफ से किए गए प्रयास सराहनीय है। हालांकि, आग कोरोना वायरस टीका निर्माण इकाई से दूर लगी है, लिहाजा ‘कोविशील्ड’ टीकों के निर्माण पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। पुलिस आयुक्त नम्रता पाटिल ने समाचार एजेंसी ‘पीटीआई’ से कहा कि दोपहर करीब पौने तीन बजे सीरम संस्थान के परिसर में स्थित एसईजेड 3 भवन के चौथे और पांचवें तल पर आग लग गई।
उन्होंने कहा, ‘तीन लोगों को भवन से बाहर निकाल लिया गया है.’ घटना के वायरल हुए वीडियो में भवन से धुआं उठता दिख रहा है। दमकल विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘परिसर में एक भवन में आग लगी. हमने दमकल गाड़ियां घटनास्थल पर भेज दी हैं.’ अधिकारी ने कहा कि आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।कोविड-19 के राष्ट्रव्यापी टीकाकरण कार्यक्रम के लिए ‘कोविशील्ड’ टीके का निर्माण सीरम संस्थान के मंजरी केन्द्र में ही किया जा रहा है।
सूत्रों ने कहा कि जिस भवन में आग लगी वह सीरम केन्द्र की निर्माणाधीन साइट का हिस्सा है और कोविशील्ड निर्माण इकाई से एक किमी दूर है, इसलिए आग लगने से कोविशील्ड के निर्माण पर कोई असर नहीं पड़ा है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि राज्य सरकार ने आग की जांच के आदेश दिए हैं।
पवार ने कहा, “मैंने पुणे नगर निगम से घटना के बारे में जानकारी ली है और इस घटना की विस्तृत जांच करने का निर्देश दिया गया है।” उन्होंने कहा कि आग लगने के कारण वहां टीके बनाने की प्रक्रिया पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने स्थानीय प्रशासन से आग को नियंत्रण में लाने को कहा है। उनके कार्यालय द्वारा किए गए ट्वीट में उन्होंने कहा कि वह पुणे नगर आयुक्त के संपर्क में हैं।