अबु धाबी, किंग्स इलेवन पंजाब को अपने पिछले मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स से हारने के बाद अब रविवार को चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ होने वाले आईपीएल मैच में हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी वरना उसका सफर समाप्त हो जाएगा।
चेन्नई की टीम प्लेऑफ की होड़ से बाहर हो चुकी है और वह सिर्फ पंजाब का खेल खराब कर सकती है। प्लेऑफ की होड़ से बाहर हो जाने के बाद चेन्नई ने अगले दो मैचों में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को आठ विकेट से और कोलकाता नाईट राइडर्स को छह विकेट से हराया है। चेन्नई की नजरें अपने आखिरी लीग मैच में जीत हासिल कर टूर्नामेंट से सम्मानजनक विदाई लेने पर लगी हुई हैं।
चेन्नई की यही प्रतिबद्धता पंजाब की उम्मीदों पर भारी पड़ सकती है। पंजाब के 13 मैचों से 12 अंक हैं और उसे प्लेऑफ उम्मीदों के लिए अपनी अंक संख्या को 14 पहुंचाने की जरूरत है ताकि आखिरी समीकरण में वह नेट रन रेट के आधार पर प्लेऑफ में जा सके। पंजाब अभी तालिका में चौथे स्थान पर है लेकिन उसका जीत के बिना काम नहीं बनेगा।
रविवार को ही कोलकाता और राजस्थान के मुकाबले में जीतने वाली टीम 14 अंकों पर पहुंच जायेगी और 12 अंकों वाली टीमें बाहर हो जाएंगी। इसलिए पंजाब के लिए यह मुकाबला करो या मरो का मैच बन गया है। पंजाब ने शुक्रवार को राजस्थान के खिलाफ क्रिस गेल के 99 रनों से 185 रन का स्कोर बनाया था लेकिन पंजाब के गेंदबाज इस स्कोर का बचाव नहीं कर सके और टीम को 15 गेंद शेष रहते हार का सामना करना पड़ा।
पंजाब को इस हार से उबरकर महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई टीम के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन कर जीत हासिल करना होगी और साथ ही अपने नेट रन रेट को बेहतर रखना होगा क्योंकि 14 अंकों पर रन रेट ही प्लेऑफ में जाने वाली टीम का फैसला करेगा।