राहुल गांधी ने आज कहा कि उनकी पार्टी का लक्ष्य लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को हराना है और उत्तर प्रदेश में जहां कांग्रेस का उम्मीदवार मजबूत होगा वहां उसे जिताने के लिए पूरी ताकत झोंकेंगे लेकिन जहां पार्टी उम्मीदवार कमजोर होगा वहां भाजपा को हराने के लिए काम करेंगे।
राहुल गांधी ने एबीपी न्यूज चैनल काे दिए साक्षात्कार में कहा कि उन्होंने पार्टी महासचिव तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया से कहा है कि ‘जहां हमारा उम्मीदवार जीत रहा है, वहां हमें पूरा दम लगाकर जितवाना हैं, जहां लग रहा है कि हमारा प्रत्याशी फाइट में नहीं है वहां बीजेपी के उम्मीदवारों को हराना है। ’
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पूर्व श्रीमती वाड्रा ने भी कहा था कि राज्य में जहां कांग्रेस का उम्मीदवार कमजोर होगा वहां पार्टी भाजपा के वोट काटेगी।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा “श्री मोदी पर देश की जनता ने बहुत भरोसा किया था और उनको सत्ता सौंपी थी लेकिन उन्होंने जनता से किए वादे पूरे नहीं किये और उनका भरोसा तोड़ा है। वह विफल रहे हैं और विफलताओं की खीज मुझ पर और मेरे दिवंगत पिता को गाली गलौज देकर निकाल रहे हैं लेकिन मैं उनकाे प्यार ही दूंगा।”
यह पूछने पर कि कांग्रेस में परिवारवाद है, राहुल गांधी ने कहा कि श्री राजीव गांधी के बाद से आज तक गांधी परिवार से कोई प्रधानमंत्री नहीं हुआ। डॉ मनमोहन सिंह 10 साल रहे, उनसे पहले नरसिम्हा राव रहे और यह सब लोग कांग्रेस के ही नेता रहे हैं इसलिए नरेंद्र मोदी को इस पर परेशानी नहीं होनी चाहिए। दोहरी नागरिकता के सवाल पर उन्होंने कहा ‘आप सरकार में हैं जांच करवा लीजिए, अगर सच्चाई निकल गई तो जेल में डाल दीजिए।”
प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी संबंधी सवाल पर राहुल गांधी ने कहा “ये तो देश के ऊपर है, मेरा काम संस्थाओं की रक्षा करने का है। मेरा काम जो देश की जो आवाज है, दर्द है उसको सुनने का है। मैं अपना काम करता हूं। जो निर्णय हिंदुस्तान के लोग लेंगे वो उनके ऊपर है। मैं कैसे कह सकता हूं।”
उन्होंने कहा कि यह चुनाव खत्म हो गया है और अब चुनाव का अंतिम चरण चल रहा है। नरेंद्र मोदी चुनाव हार गए हैं इसीलिए उनके दिल में इतना गुस्सा है। इसीलिए इस प्रकार से उन पर आक्रमण कर रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि उन्होंने नरेंद्र मोदी को कई चुनौतियों दी है और कहा है कि श्री मोदी जहां चाहेंगे वह उनके साथ वहीं चर्चा करने के लिए तैयार हैे।