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रेलवे ने मथुरा में पर्यटक सुविधा से संबंधित दो परियोजनाओं को दी मंजूरी: हेमामालिनी

मथुरा, केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मथुरा आने वाले तीर्थयात्रियों को दी जाने वाली सुविधा से संबंधित दो प्रोजेक्ट को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। प्रोजेक्ट पूरे होने के बाद मथुरा तीर्थयात्रियों को सुविधा देने के मामले में देश में अव्वल होगा।

रेल मंत्री से बुधवार को हुयी मुलाकात का जिक्र करते हुये स्थानीय सांसद हेमामालिनी ने गुरूवार को पत्रकारों को बताया कि दोनो ही प्रोजेक्ट पर आने वाला खर्च का भार रेलवे पर नहीं आयेगा। ‘मास ट्रांजिट सिस्टम प्रोजेक्ट’ को अमली जामा पहनाने के बाद मथुरा और वृन्दावन के बीच के प्रमुख मन्दिरों के दर्शन करना तीर्थयात्रियों के लिए आसान होगा वहीं मथुरा और वृन्दावन के बीच होने वाले ट्रैफिक जाम से तीर्थयात्रियों को मुक्ति मिलेगी।

योजना के अन्तर्गत मथुरा और वृन्दावन के बीच की दूरी रेल/मेट्रो/ सड़क मार्ग से आसनी से तय की जा सकेगी तथा वृन्दावन स्टेशन का भी विकास होगा। परियोजना में आनेवाले व्यय को केन्द्रीय सड़क परिवहन व हाईवे वहन करेगा बशर्ते रेलवे अपनी बेकार पड़ी जमीन को 30 साल के पट्टे पर जिसे 20 साल के लिए और बढाना संभव हो देने के लिए सहमति दे दे।

मथुरा की सांसद इस प्रोजेक्ट पर होनेवाले खर्चे को केन्द्र सरकार द्वारा वहन करने के लिए केन्द्रीय परिवहन एवं हाईवे मंत्री नितिन गडकरी को पहले ही राजी कर चुकी हैं और इस पर केन्द्रीय रेल मंत्री ने भी सैद्धांतिक मोहर लगा दी है इसलिए उम्मीद की जाती है कि यह प्रोजेक्ट मथुरा के पर्यटन में नई पटकथा लिखेगा।

हेमा ने रेल मंत्री को जो दूसरा प्रोजेक्ट दिया था वह मथुरा जंक्शन स्टेशन पर ‘टूरिस्ट फैसिलिटेशन सेन्टर’ से संबंधित है जिसमें आनेवाले 14 करोड़ रूपए के खर्च को उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद वहन करेगा।इस प्रोजेक्ट की स्वीकृति के लिए उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र भी मथुरा की सांसद के साथ केन्द्रीय रेल मंत्री से बुधवार को ही मिले थे। हेमा ने रेल मंत्री को जहां मथुरा जंकशन पर यात्री सुविधाओं में वृद्धि करने के लिए बधाई दी वहीं उन्हें यह भी बताया कि इस प्रोजेक्ट का प्रस्ताव उ0प्र0 ब्रज तीर्थ विकास परिषद की ओर से आया है । इसमें रेलवे की 2.75 एकड़ भूमि पर कमरे, डाॅरमीटरी, पार्किंग आदि बनाने का प्रस्ताव है जिसे दोनो संस्थाएं मिलकर या कोई एक संस्था चला सकती है।

इस प्रोजेक्ट के अन्तर्गत 250 तीर्थयात्रियों की एक साथ ठहरने की व्यवस्था की जाएगी। मथुरा की सांसद के अनुसार रेलमंत्री ने इसकी भी सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है।