नयी दिल्ली, रेलवे ने लॉकडाउन के दौरान ट्रेनों की बेहद कम आवाजाही का फायदा उठाते हुये 200 अति महत्त्वपूर्ण परियोजनाओं का काम पूरा कर लिया है।
लॉकडाउन के शुरुआती चरणों में यात्री ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह बंद था। मौजूदा समय में भी मात्र 230 विशेष यात्री ट्रेनें चलाई जा रही हैं। इसी का लाभ उठाते हुये रेलवे ने 200 लंबित परियोजनाओं को पूरा कर लिया। इनमें कई परियोजनायें सुरक्षा और ट्रेनों की गति बढ़ाने में महत्वपूर्ण साबित होंगी। आम समय में ऐसा करने के लिए सामान्यत: यातायात रोकना पड़ता है जिससे यात्रियों को भारी परेशानी होती है। कई बार मेगा ब्लॉक लगने पर बड़ी संख्या में ट्रेनें रद्द भी करनी पड़ती हैं।
रेल मंत्रालय ने बताया कि ये परियोजनायें यार्डों में बदलाव, पुराने पुलों की मरम्मत, रेल लाइनों के दोहरीकरण और विद्युतीकरण तथा ‘सीजर क्रॉसओवर’ पर रेलवे ट्रैक बदलने से संबंधित थीं जो कई सालों से लंबित पड़ी थीं। इनके कारण ट्रेनों की गति बढ़ाने में दिक्कत आ रही थी। साथ ही सुरक्षा संबंधी चुनौतियां भी थीं।
लॉकडाउन के दौरान 82 पुराने रेल पुलों की मरम्मत की गई। कम ऊंचाई वाले 48 रोड अंडरब्रिज या सबवे और 16 फुट ओवर ब्रिज का निर्माण/मरम्मत की गई। चौदह पुराने फुट ओवरब्रिज हटाये गये, सात रोड ओवर ब्रिज का काम पूरा किया गया और पांच यार्डों को नया स्वरूप दिया गया। एक परियोजना रेल पटरी के दोहरीकरण और विद्युतीकरण से जुड़ी है। इनके अलावा 26 अन्य परियोजनाओं को भी पूरा किया गया।