रेलवे ने उठाया अभूतपूर्व कदम, मध्यरात्रि से सभी यात्री गाड़ियों का संचालन बंद
March 22, 2020
नयी दिल्ली, रेलवे ने अभूतपूर्व कदम उठाते हुए रविवार को अपनी सभी यात्री गाड़ियों के संचालन को 22 मार्च की मध्यरात्रि से 31 मार्च मध्यरात्रि तक स्थगित रखने की घोषणा की है। रेलवे ने कहा कि इस अवधि में केवल मालगाड़ियां चलेंगी। रेलवे ने कोरोना वायरस संक्रमित यात्रियों के संक्रमण फैलाने की चिंताओं के बीच यह कदम उठाया।
रेलवे ने कहा कि शनिवार को ऐसे तीन मामले सामने आए थे, जब ऐसे लोग ट्रेनों में सफर करते मिले जिन्हें घरों में पृथक रहने का निर्देश दिया गया था। इन तीन मामलों में 12 लोग कोविड-19 से ग्रस्त पाए गए। रेलवे ने अपनी कई ट्रेनें रद्द करके शुक्रवार को ही अपनी सेवाओं में कटौती कर दी थी, लेकिन उसने उन ट्रेनों को यात्रा जारी रखने की अनुमति दे दी थी जो पहले ही अपनी यात्रा शुरू कर चुकी थीं। भारतीय रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘बेहद न्यूनतम उपनगरीय सेवाएं और कोलकाता मेट्रो रेल सेवा 22 मार्च की आधी रात तक जारी रहेगी। इसके बाद ये सेवाएं भी 31 मार्च की आधी रात तक बंद रहेंगी।’’
रेलवे रोजाना लगभग 13,523 ट्रेनों का संचालन करता है, जिसमें 5,881 ईएमयू, 3,695 मेल-एक्सप्रेस ट्रेनें और 3,947 यात्री ट्रेनें शामिल हैं।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 23 मार्च से 31 मार्च तक करीब 49,000 यात्री सेवाएं बंद रहेंगी। कोरोना वायरस के प्रसार के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है कि प्रीमियम, मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों समेत सभी यात्री ट्रेन सेवाएं, उपनगरीय ट्रेन, कोलकाता मेट्रो रेल, कोंकण रेलवे 31 मार्च मध्य रात्रि तक बंद रहेंगी। रेलवे ने कहा कि जिन ट्रेनों ने 22 मार्च को सुबह चार बजे से पहले अपनी यात्रा शुरू कर दी है वे अपने गंतव्य तक जाएंगी।
रेल मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘देश भर में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये मालगाड़ियों का संचालन जारी रहेगा।’’
इसमें कहा गया कि इस अवधि के दौरान रद्द हुई ट्रेनों के लिए यात्री 21 जून की अवधि तक रिफंड का दावा कर सकते हैं। इस दौरान रेलवे के सभी फूड प्लाजा, अल्पाहार, जन आहार और दुकानों आदि पर चाय, कॉफी, चिप्स और बिस्किट आदि ही मिलेंगे। इसके अलावा, रेलवे ने सभी रेल संग्रहालय, धरोहर गलियारे और पार्कों को 15 अप्रैल तक बंद रखने का भी आदेश दिया है।