नयी दिल्ली, उत्तर भारत में बारिश और बर्फबारी से ठंड बढ़ गई है। कुछ राज्यों के लिये मौसम को लेकर चेतावनी जारी हुई है।
उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में मंगलवार को बर्फबारी हुई और मैदानी इलाकों में बारिश हुई, जबकि बर्फ जमने से जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग और मुगल रोड बंद होने के कारण कश्मीर लगातार दूसरे दिन भी देश के बाकी हिस्सों से कटा रहा।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को लगातार तीसरे दिन भी कुछ जगहों पर बारिश हुई और न्यूनतम सामान्य से छह डिग्री अधिक 13.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
सफदरजंग वेधशाला ने बताया कि शाम साढ़े पांच बजे तक 1.3 मिलीमीटर बारिश हुई।
पालम, लोधी रोड और रिज क्षेत्र के मौसम केंद्रों ने इस दौरान क्रमश: 5.3 मिलीमीटर, 0.4 मिलीमीटर, 4.8 मिलीमीटर और 6.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की।
यहां बादल छाए रहने के कारण यां न्यूनतम तापमान बढ़कर 13.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया जबकि अधिकतम तापमान 20.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
दिल्ली में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था जो 15 साल में सबसे कम था। घना कोहरा छाए रहने के कारण दृश्यता ‘शून्य’ मीटर हो गयी थी।
शहर में रविवार को बादल गरजने के साथ भारी बारिश हुई। सफदरजंग वेधशाला ने शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे और रविवार दिन में ढाई बजे के बीच 39.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की।
उत्तराखंड में मंगलवार को गढ़वाल और कुमांउ की उंची पहाड़ियों में ताजा बर्फबारी तथा निचले इलाकों में रूक-रूक कर लगातार हो रही बारिश से पूरे प्रदेश में भीषण ठंड और ठिठुरन बढ़ गई ।
गढ़वाल और कुमांउ के उंचाई वाले इलाकों जैसे केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, मुनस्यारी आदि इलाकों में बर्फबारी होती रही जिससे वहां बर्फ की मोटी चादर बिछ गयी। देहरादून जैसे मैदानी इलाकों में भी रूक-रूक कर लगातार बारिश जारी है।
सोमवार देर रात से जारी बर्फबारी के कारण उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम सहित हर्षिल घाटी के आठ गांव, बडकोट के गीठ पट्टी के दर्जनों गांव और मोरी के पर्वत क्षेत्र के गांव पूरी तरह बर्फ से ढक गए हैं।
बर्फबारी और बारिश से तापमान में भी काफी गिरावट दर्ज की गई है। यमुनोत्री में न्यूनतम तापमान शून्य से छह डिग्री नीचे तथा गंगोत्री में न्यूनतम तापमान एक डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया ।
हर्षिल, बडकोट और मोरी समेत उंचाई वाले इलाकों में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। हालांकि, उत्तरकाशी के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि अभी सभी मुख्य मार्ग सुचारू हैं लेकिन सड़क से संबंधित विभागों को अलर्ट पर रखा गया है।
कश्मीर घाटी में बर्फबारी के कारण मंगलवार को लगातार दूसरे दिन भी जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग तथा मुगल रोड बंद रहा, जिससे कश्मीर का सड़क सम्पर्क देश के शेष हिस्सों से टूट गया है। इस राजमार्ग पर कई स्थानों पर करीब 4500 वाहन फंसे हैं।
यातायात नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘ जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग विभिन्न स्थानों, खासकर जवाहर सुरंग के आसपास बर्फ के इकट्ठा होने के कारण बंद है।’’
उन्होंने बताया कि बर्फ हटाने का काम जारी है और 260 किलोमीटर लंबे मार्ग पर फंसे वाहनों को निकालने की पूरी कोशिश की जा रही है।
वहीं, शोपियां-रजौरी के रास्ते जम्मू और श्रीनगर को जोड़ने वाली मुगल रोड, क्षेत्र में भारी बर्फबारी के कारण कई दिनों से बंद है।
अधिकारी ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में सबसे अधिक बर्फबारी हुई, जहां कुछ स्थानों पर तीन से चार फुट तक बर्फ इकट्ठा हो गई है।
उन्होंने बताया कि अनंतनाग जिले में भी भारी बर्फबारी हुई।
श्रीनगर में पिछले तीन दिनों से मध्यम बर्फबारी हो रही है, लेकिन बर्फ हटाने के अभियान के जारी होने से वहां यातायात की आवाजाही सुचारू रूप से जारी है।
प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि बर्फबारी से शहर और घाटी में अन्य स्थानों पर आवश्यक सेवाएं कम से कम प्रभावित हों।
सड़कों पर फिसलन होने की वजह से कई स्थानों पर जाम भी लगा।
अधिकारी ने बताया कि खराब दृश्यता के कारण श्रीनगर में लगातार दूसरे दिन विमान सेवाएं निलंबित रहीं।
उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 0.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे चार डिग्री सेल्सियस, पहलगाम में शून्य से नीचे 1.1 डिग्री सेल्सियस, काजीकुंड में शून्य से नीचे 0.2 डिग्री सेल्सियस, कुपवाड़ा जिले में शून्य से नीचे 0.7 डिग्री सेल्सियस, कोकरनाग में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 1.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञान विभाग कार्यालय ने बताया कि अगले 24 घंटे में कुछ स्थानों, खासकर दक्षिण कश्मीर, गुलमर्ग, बनिहाल-रामबन, पुंछ, राजौरी, किश्तवाड़ और ज़ंस्कार, द्रास के अलावा केन्द्र शासित प्रदेश लद्दाख में ऊंचाई वाले इलाकों में मध्यम से भारी बर्फबारी का पूर्वानुमान है।
भारी बर्फबारी और कई जगह भूस्ख्लन होने के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्टीय राजमार्ग बंद रहा। हालांकि बनिहाल और काजीगुंड के बीच मुख्य सड़क को एक ओर के यातयात के लिए खोले जाने के बाद यहां फंसे 250 से अधिक वाहनों को निकाला गया, जिनमें से अधिकतर यात्री वाहन थे।
जवाहर सुरंग के पास भारी बर्फबारी के बाद शनिवार रात को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद कर दिया गया था, जिससे कश्मीर का सड़क सम्पर्क देश के शेष हिस्सों से टूट गया है। इससे यहां दोनों ओर 4500 से अधिक वाहन फंस गए थे।
अधिकारियों ने बताया कि जवाहर सुरंग के आसपास लगातार बर्फबारी, भूस्खलन, जमीन धंसने और चट्टानों के टूटकर गिरने की घटनाओं के कारण रविवार से ही मार्ग यातायात के लिए बंद है।
उन्होंने बताय कि सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा सोमवार शाम तक मार्ग से काफी हद तक बर्फ हटाने के बाद जम्मू जा रहे 100 ट्रकों का वहां से निकाला गया था। सोमवार रात आठ बजे यातायात को दोबारा रोकने से पहले 250 से अधिक यात्री वाहनों और आवश्यक सामान ले जा रहे दर्जनों ट्रकों के कश्मीर घाटी जाने के लिए मार्ग साफ किया गया था।
जम्मू और अन्य मैदानी इलाकों में तेज बारिश हुई और ऊंचाई वाले इलाकों में लगातार तीसरे दिन रुक-रुक कर बर्फबारी हुई।
पंजाब एवं हरियाणा में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी से लोगों को कड़ाके की ठंड से थोड़ी राहत मिली है। मंगलवार को दोनों प्रदेशों के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया।
भारत मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पंजाब एवं हरियाणा की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से नौ डिग्री अधिक है।
पंजाब में अमृतसर, लुधियाना एवं पटियाला का न्यूनतम तापमान क्रमश: 13 डिग्री, 12.2 डिग्री तथा 15.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
इसके अलावा पठानकोट, आदमपुर, हलवारा, बठिंडा, फरीदकोट एवं गुरदासपुर का न्यूनतम तापमान क्रमश: 13.7 डिग्री, 12 डिग्री, 13.1 डिग्री, 13 डिग्री, 12.7 डिग्री एवं 10.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
इसी तरह हरियाणा के अम्बाला, हिसार एवं करनाल का न्यूनतम तापमान क्रमश: 14.3 डिग्री, 12.8 डिग्री एवं 15.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से आठ डिग्री तक अधिक है।
प्रदेश के नारलौल, रोहतक भिवानी एवं सिरसा का न्यूनतम तापमान क्रमश: 12.5 डिग्री, 14 डिग्री, 8.8 डिग्री एवं 14.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
पंजाब एवं हरियाणा के कुछ हिस्सों में पिछले 24 घंटे में बारिश भी दर्ज की गयी है।
पिछले 24 घंटे में पश्चिमी उप्र के अलग अलग स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई जबकि पूर्वी इलाको में कहीं-कहीं गरज चमक के साथ बारिश हुई।
मौसम विभाग द्वारा मंगलवार को जारी एक बयान के अनुसार राज्य में सबसे कम न्यूनतम तापमान बांदा में छह डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
विभाग का अनुमान है कि छह जनवरी को कही घना तो कही हल्का कोहरा छाया रहेगा । आम तौर पर मौसम शुष्क रहेगा।
विभाग की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली चमकने की भी संभावना है।
राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के कई जिलों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई है।
जयपुर, अलवर, सीकर, झुंझुनूं सहित कई शहरों में मंगलवार सुबह भी हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान सर्वाधिक बारिश सीकर जिले के श्रीमाधोपुर में 50 मिलीमीटर, जयपुर के सांभर में 47 मिलीमीटर, अजमेर के पुष्कर में 45 मिलीमीटर, सीकर के नीमकाथाना में 44 मिलीमीटर, झुंझुनूं के पिलानी में 39.4 मिलीमीटर, जयपुर के कोटपूतली में 35 मिलीमीटर, सीकर तहसील में 31 मिलीमीटर और कई अन्य स्थानों पर 27 मिलीमीटर से लेकर आठ मिलीमीटर तक बारिश दर्ज की गई।
सीकर जिले के श्रीमाधोपुर क्षेत्र में सबसे अधिक 50 मिमी (2 इंच) बारिश हुई। राज्य के अधिकांश शहरों में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में हालांकि वृद्धि दर्ज की गई है लेकिन तेज ठंड हवाओं के कारण सर्दी का असर बना हुआ है।
राज्य के एक मात्र पर्वतीय पर्यटक स्थल माउंट आबू में न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस, पाली के ऐरनपुरा में न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री सेल्सियस, अलवर में 10.2 डिग्री, गंगानगर में 11.3 डिग्री, जैसलमेर में 12.2 डिग्री, फलौदी में 13 डिग्री, बीकानेर में 13.4 डिग्री, बाडमेर में 13.5 डिग्री, डबोक में 13.6 डिग्री और अन्य प्रमुख स्थनों पर 14.1 डिग्री से लेकर 15.7 डिग्री के बीच दर्ज किया गया।
वहीं अधिकतर स्थानों पर अधिकतम तापमान 18.5 डिग्री सेल्सियस से लेकर 26.1 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है। विभाग ने आगामी 24 घंटों के दौरान राज्य के कुछ स्थानों पर तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना जताई है।
चेन्नई और उसके उपनगरों में मंगलवार सुबह से भारी बारिश हो रही है जिसके कारण अधिकारियों को यहां चेंबरमबक्कम जलाशय से अतिरिक्त पानी छोड़ने का फैसला करना पड़ा, वहीं अदयार नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है।
कई सप्ताह के अंतराल के बाद शहर में हो रही लगातार बारिश की वजह से कई सड़कों पर जल भराव की स्थिति उत्पन्न हो गयी तथा लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
चेन्नई स्थित मौसम कार्यालय ने राज्य के विल्लुपुरम, चेंगलपट्टू, चेन्नई, कांचीपुरम, कुड्डलूर, नागपट्टिनम और तिरुवन्नमलाई जिलों में एवं पुडुचेरी में मंगलवार को भारी बारिश (7 सेंटीमीटर से 11 सेंटीमीटर तक) की चेतावनी जारी की है।
अधिकारियों ने कहा कि चेन्नई की पानी की जरूरतें पूरा करने के प्रमुख स्रोत चेंबरमबक्कम से 500 क्यूसेक पानी अदयार नदी में छोड़ा जाएगा।