चौंकाने वाली खबर, बिकेगा शोमैन राजकपूर का आर. के. स्टूडियो

मुंबई, लगभग 70 साल पहले महानायक राज कपूर के जरिए बनाया गया आर. के. स्टूडियो (RK Studio) अब बिकने जा रहा है। कपूर परिवार ने मशहूर आरके स्टूडियो बेचने का फैसला कर लिया है।

आर.के. स्‍टूडियो को बेचने का फैसला राज कपूर के परिवार ने मिल कर लिया है। इस स्‍टूडियो को बेचने में उनकी पत्नी कृष्णा, उनके बेटों रणधीर कपूर, ऋषि कपूर, राजीव कपूर और बेटियों रीमा जैन और ऋतु नंदा की मंजूरी शामिल है। कपूर परिवार ने बताया है कि दो एकड़ में निर्मित इस स्‍टूडियो का आधा हिस्‍सा ही बेचा जाएगा, जबकि आधे हिस्से को दोबारा रेनोवेट किया जाएगा।

 पिछले साल 16 सितंबर में स्टूडियो में ‘सुपर डांसर’ के सेट पर आग लग गयी थी जिससे इसका ग्राउंड फ्लोर जल गया था। हादसे में किसी को नुकसान नहीं पहुंचा था लेकिन काफी  लाखों का नुकसान भी हुआ था। ऋषि कपूर ने स्टूडियो को आधुनिक टेक्नॉलजी के साथ फिर से तैयार कराने की इच्छा व्यक्त की थी, लेकिन उनके बड़े भाई रणधीर कपूर ने कहा कि यह व्यवहारिक नहीं था।

रणधीर कपूर ने बताया, ‘हां, हमने आरके स्टूडियो को बेचने का फैसला किया है। यह बिक्री के लिए उपलब्ध है। स्टूडियो में आग लगने के बाद उसे फिर से बनाना प्रैक्टिल नहीं था।’ आर.के. स्‍टूडियो को बेचने पर ऋषि कपूर ने कहा , ‘कपूर परिवार इस फैसले को लेकर काफी इमोशनल है।’ उन्होंने बताया कि हम लोग तो इससे काफी अटैच्ड हैं लेकिन आने वाली पीढ़ी का कुछ पता नहीं। ऋषि ने कहा, ‘छाती पर पत्थर रखकर यह फैसला लेना पड़ रहा है।’

शोमैन राजकपूर ने 1948 में मुंबई के उपनगरीय क्षेत्र चेंबूर में इसकी स्थापना की थी। राजकपूर अपनी अधिकतर फिल्‍में इसी स्‍टूडियो में बनाया करते थे। राजकपूर के 1988 में निधन के बाद उनके बड़े पुत्र रणधीर ने स्टूडियो का जिम्मा संभाला। आरके बैनर के तहत बनी फिल्मों में ‘आग‘, ‘बरसात‘, ‘आवारा‘, ‘श्री 420‘, ‘जिस देश में गंगा बहती है‘, ‘मेरा नाम जोकर‘, ‘बॉबी’, ‘सत्यम शिव सुंदरम’, ‘राम तेरी गंगा मैली’ आदि शामिल हैं। आरके बैनर के तले बनी आखिरी फिल्म ‘आ अब लौट चलें’ थी, जिसे ऋषि कपूर ने निर्देशित किया था। बाद में राजकपूर के सबसे छोटे पुत्र राजीव कपूर ने ‘प्रेम ग्रंथ’ का निर्देशन किया।

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