मथुरा , वृन्दावन के एक भागवताचार्य समेत 12 से अधिक लोगों के खिलाफ श्रीकृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट से मिलता जुलता ट्रस्ट बनाकर लोगों को गुमराह कर पैसा इकट्ठा करने की रिपोर्ट गोविन्दनगर थाने में दर्ज कराई गई है।
ट्रस्ट के सचिव कपिल शर्मा ने कहा कि लगभग सात दशक से श्रीकृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट मथुरा के कार्यरत होने के बावजूद देवमुरारी बापू शिष्य राम बिहारी शरण निवासी आनन्दवाटिका कालोनी वृन्दावन एवं एक दर्जन से अधिक लोगों ने मिलकर साजिश षड़यऩ्त्र के तहत धोखाधड़ी कर भारत एवं विश्व के धार्मिक लोगों से नाजायज धनराशि वसूलने के उद्देश्य से श्रीकृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट के समानान्तर एवं लगभग एक जैसे नाम का ‘श्रीकृष्ण जन्मभूमि निर्माण न्यास’ का गठन कर सब रजिस्ट्रार कार्यालय मथुरा से पंजीकृत करा लिया है तथा रसीद छपवाकर कुछ लोगों से अवैधानिक तरीके से पैसा भी ले रहे हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि श्रीकृष्ण जन्मस्थान का जीर्णोद्धार 1944 से ही श्रीकृष्ण जन्मभूमि जीर्णोद्धार समिति कर रही है। बाद में मदन मोहन मालवीय एवं अन्य गणमान्य नागरिकों ने श्रीकृष्ण जन्मस्थान की सम्पूर्ण भूमि उसके स्वामियों से खरीदकर श्रीकृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट की स्थापना की जो आज तक कार्यरत है तथा विगत 70 वर्षों से मन्दिर आदि बनाकर प्राण प्रतिष्ठा की है तथा इस कार्य में देश विदेश के लाखों धार्मिक लोगों, संतो, महामंडलेश्वरों आदि की सहभागिता रही है।
आज भी श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर उच्च न्यायालय के आदेशानुसार उच्च सुरक्षा व्यवस्था के घेरे में हैं तथा उक्त 13 अभियुक्तों को श्रीकृष्ण जन्मभूमि क्षेत्र में किसी प्रकार का निर्माण अथवा जीर्णोद्धार करने की इजाजत नही है।
यह भी आरोप है कि लोगों से धोखाधड़ी कर उक्त अभियुक्त उक्त ट्रस्ट के नाम से धन वसूल कर धोखाधड़ी से धन को हड़प रहे हैं। रिपोर्ट आईपीसी की धाराओं406/419/429/463/ 4652467/268/469/471/ 153ए एवं 66 डी सूचना प्रौद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम 2008 के अन्तर्गत दर्ज कराकर उचित कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गई है।