प्रयागराज, उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने 35 देशों के अप्रवासी भारतीयों से ऑनलाइन परिचर्चा के दौरान कहा कि प्रदेश में निवेश की सभी बाधाओं को दूर कर दिया गया है।
ऑनलाइन संवाद में कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने अप्रवासी भारतीयों से संवाद में उत्तर प्रदेश में निवेश की संभावनाओं को बताया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश नई करवट ले रहा है। प्रदेश में ‘इज ऑफ़ डुइंग बिजनेस’ के लिए नई नीतियां भी बनाई गई हैं। उन्होंने एनआरआई निवेशकों को विश्वास दिलाया कि अब उत्तर प्रदेश में निवेश की हर बाधाओं को खत्म कर दिया गया है। यहां सिर्फ 72 घंटे में निवेशक को अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त हो रहा है।
अप्रवासी भारतीयों से ऑनलाइन संवाद से जुड़कर आबू धाबी से श्री राकेश मेहता, कनाडा से श्री प्रशांत शंकर पाठक, यूरोप से श्री सुमित चक्रवर्ती, नाइजीरिया से श्री देवेश मिश्रा, जर्मनी से श्री रवीन्द्र कुलकर्णी समेत 35 देशों में रह रहे करीब 150 से अधिक लोग निवेश की संभावनाओं से अवगत हुए। गुरूवार की देर रात प्रयागराज प्रवास पर अप्रवासी भारतीयों से वेबिनार के जरिए संवाद के दौरान कहीं।
श्री सिंह ने उत्तर प्रदेश के इन्फ्रास्ट्रक्चरल विकास, शैक्षणिक विकास, स्वास्थ्य विकास के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि आज यूपी के माॅडल को पूरे देश में अपनाया जा रहा है। इसके लिए उन्होंने एक जनपद एक उत्पाद (ओडीओपी) का उदाहरण दिया। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अनेक उल्लेखनीय कार्य किये जा रहे हैं। इसके लिए उन्होंने कुशीनगर के अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के बारे में बताया कि दीपावली के बाद यह सामान्य तौर पर शुरू हो जाएगा।
उन्होंने बताया कि अप्रवासी भारतीय लोगों की सुविधा के लिए अनेक डेस्क बनाये गए हैं। फिल्म सिटी का प्रस्ताव पारित हो चुका है। अयोध्या को दुनिया का विलक्षण पर्यटन स्थल बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आत्मनिर्भर पैकेज के तहत अब तक प्रदेश में साढ़े पांच लाख लोगों और कंपनियों को ऋण दिया जा चुका है। स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए 1000 करोड़ का पैकेज है।
कार्यक्रम में आईआईटी बीएचयू की संवर्धित स्टार्टअप कंपनी द्वारा विकसित महिला एवं बाल सुरक्षा को समर्पित वीजीएम एप का लोकार्पण किया गया। इस दौरान इसके संस्थापक मृत्युंजय सिंह ने एप के बारे में बताया।