लखनऊ, नौकरशाहों के खिलाफ उत्तर प्रदेश राज्य विधानसभा में आवाज बुलंद कर विधायकों को एकजुट करने वाले भारतीय जनता पार्टी सदस्य नंद किशोर गुर्जर पर आपराधिक मामलों की रिपोर्ट सरकार को सौंपी गयी है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गाजियाबाद पुलिस ने लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर की रिपोर्ट सरकार को भेजी है। श्री गुर्जर पर 12 अपराधिक मामले दर्ज हैं। हाल ही में खाद्य सुरक्षा अधिकारी से मारपीट के मामले में नामजद भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर को पिछली एक दिसम्बर को पार्टी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया था और सात दिन के भीतर जवाब मांगा था।
इस बीच लोनी के विधायक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भरोसा जताते हुये उसे इंसाफ मिलने की उम्मीद जाहिर की है। उनका आरोप है कि अफसर विधायकों की सुनते नही हैं। वह जनता की आवाज उठते हैए इसलिए अफसर उनके खिलाफ साजिश कर रहे हैं जिसमें पार्टी के कुछ लोग भी शामिल हैं।
उन्होने कहा कि अधिकारी विधायक निधि में कमीशन लेते हैं। प्रमुख सचिव नियुक्ति को शिकायत करने गए तो वो भी नही सुने। विधायकों की स्थिति बदतर हैएउनके सम्मान को ठेस पहुंचायी जा रही है। आज विधायक धक्के खा रहे हैंएनियुक्ति सचिव ने चपरासियों जैसा व्यवहार करते हैं। सपा बसपा सरकार में अफसरों ने खूब लूटा और अब भ्रष्टाचार उनके खून में चला गया है। भ्रष्ट अफसरों का खून बदलना पड़ेगा। गुर्जर ने कहा कि उन्हे मुख्यमंत्री पर भरोसा है। सरकार में सबको भरोसा है। उनका विरोध भ्रष्ट अफसरों से है जबकि ईमानदार अधिकारियों को उन्होने सम्मानित भी किया है।
गौरतलब है कि भाजपा विधायक ने मंगलवार को विधानसभा में अफसरों के खिलाफ बोलने की अनुमति मांगी थी जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने नकार दिया था। इस बात को लेकर पहले विपक्ष और बाद में सत्ता पक्ष के कई विधायक श्री गुर्जर के समर्थन में खडे हो गये थे। विधायकाें ने धरना दिया था। संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना और उप मुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा के मनाने पर विधायक नहीं माने थे जिसके चलते विधानसभा की कार्यवाही बुधवार यानी आज तक के लिये स्थगित करनी पडी थी।