लखनऊ, अयोध्या तीर्थ क्षेत्र में बनने वाला रिंग रोड कई जनपदों से होकर गुजरेगा, जिसमें अयोध्या, बस्ती और गोंडा शामिल है। रिंग रोड बनाने की जिम्मेदारी एनएचएआई को मिली है। रिंग रोड का डीपीआर तैयार करने के लिए अहमदाबाद की कंपनी को ठेका दिया गया है। एनएचएआई के महाप्रबंधक ने तीनों जनपदों के डीएम को पत्र लिखकर सेजरा व नक्शे की मांग की है।
रिंग रोड के लिए तीनों जनपदों में जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। इस संबंध में धारा 3 (ए) का प्रस्ताव तैयार कर प्रभावित गांवों का सेजरा मैप उपलब्ध कराया जाना है। अयोध्या रिंग रोड के निर्माण के लिए संबंधित गांवों की सूची संलग्न कर सेजरा मैप उपलब्ध कराने के लिए संबंधित अधिकारी को निर्देशित करने का अनुरोध डीएम से किया है। उन्होंने राष्ट्रीय महत्व के इस काम को प्राथमिकता के आधार पर करा दिया जाए, जिससे रोड का निर्माण जल्द से जल्द शुरू हो सके।
एनएचएआई के महाप्रबंधक तकनीकी एवं परियोजना निदेशक कर्नल आरवी सिंह डीएम को लिखे पत्र में कहा है कि अयोध्या रिंग रोड बनाने के लिए मेसर्स साई सयस्त्रा ग्रुप की कंपनी साई कन्सल्टिंग इंजीनियरिंग प्रालि को डीपीआर तैयार करना है। अहमदाबाद की इस कंपनी का उत्तर प्रदेश में मुख्यालय नोयडा में है।
उत्तर प्रदेश में बस्ती जिले के 13 गांव अयोध्या तीर्थ क्षेत्र मे बनने वाले रिंग रोड से सीधे जुड़ेंगे। इसके साथ-साथ गोंडा जिले के भी गांव जुड़ेगे रिंग रोड के जुड़ने से विकास के नये रास्ते भी खुलेगें। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अयोध्या तीर्थ क्षेत्र में रिंग रोड तीन जिलों से होकर गुजरेगा, जिसमें अयोध्या, बस्ती और गोंडा शामिल है। यह बस्ती के 13 गांवों से होकर गुजरेगा जिसमे रमहटिया, मझौवा दूबे, एकमा हरदिया, रायपुर, मलौली गोसाईं, पड़रिया, घिरौली, रैदासपुर, बरेगांव, चकिया, सलेमपुर, संग्रामपुर व सीतारामपुर शामिल हैं।