नई दिल्ली, आरएसएस प्रमुख ने कुछ खास कारणों से विदेशी मीडिया से मिलने का कार्यक्रम रखा है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत 24 सितंबर को दिल्ली मे विदेशी मीडिया से बातचीत कर सकते हैं।
यह आरएसएस के संबंध में विदेशी मीडिया की गलतफहमी दूर करने की एक कोशिश होगी।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और इसकी विचारधारा के बारे में ‘गलत धारणाओं को स्पष्ट करने’ के लिए पहली बार संघ प्रमुख मोहन भागवत इस
महीने विदेशी मीडिया से बातचीत करेंगे।
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संघ के एक अन्य पदाधिकारी ने कहा, ‘इस बैठक का मुख्य उद्देश्य संघ और उसकी विचारधारा के बारे में गलत धारणाओं को दूर करना है।’
उन्होंने कहा, ‘यह भागवत द्वारा एक अनौपचारिक बैठक होगी जिसके प्रकाशन या प्रसारण की इजाजत नहीं होगी।’
सूत्रों के मुताबिक यह संघ द्वारा विदेशी मीडिया के साथ अपनी तरह का पहला संवाद होगा।
कार्यक्रम से जुड़े एक पदाधिकारी ने कहा, ‘बैठक की शुरुआत में मोहन भागवत का उद्घाटन भाषण होगा और इसके बाद उनके साथ
सवाल-जवाब का सत्र होगा।’
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संघ का प्रचार विभाग इस बैठक के लिए समन्वय कर रहा है और इसका आयोजन यहां आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र में किया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि संघ पहली बार यह कदम उठाने जा रहा है।
बैठक का समन्वय कर रहे संघ के एक पदाधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान को छोड़कर विभिन्न देशों के 70 विदेशी मीडिया संगठनों को इस आशय के लिये निमंत्रण भेजा गया है।
जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद से ही पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान अपनी हर तकरीर में आरएसएस की आलोचना कर रहे हैं।
आरएसएस के पदाधिकारी ने कहा कि इस ‘ब्रीफिंग’ का उद्देश्य विभिन्न मुद्दों पर संघ के नजरिये को रखने के साथ ही संगठन को लेकर सालों से विकसित हुए ‘गलत विमर्श’ को भी दूर करना है।