पुलिस के अनुसार यह घटना गुरुवार रात की है। इसकी जानकारी मिलने पर आरएसएस कार्यकर्ताओं ने थाने में हंगामा कर दिया। स्थानीय सांसद और विधायक मौके पर पहुंचे व बदायूं मार्ग जाम कर दिया। आधी रात तक चली गहमागहमी के बीच दो दारोगा व आठ सिपाहियों के विरुद्ध अपहरण, बंधक बनाकर पीटने, धमकाने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी गयी।
क्षेत्राधिकारी आशीष प्रताप सिंह ने बताया कि तहरीर पर कार्रवाई करते हुए आरोपित दारोगा अंकित कुमार को निलंबित कर दिया गया। थाना सुभाष नगर में गुरुवार को देर रात दो दरोगा समेत दस पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी है। इस कार्रवाई के बाद अारएसएस कार्यकर्ता शांत हुये।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बरेली के बदायूं मार्ग निवासी आर्येन्द्र, आरएसएस के मथुरा महानगर के प्रचारक हैं। उनकी मां की तबीयत खराब होने के कारण वह कुछ दिन पहले बरेली अपने घर आए। वह गुरुवार देर शाम को अस्पताल से लौट रहे थे। रास्ते में डाक्टर का फोन आने पर मोटर साइकिल अस्पताल की ओर मोड़ दी गयी। बताया कि उसी समय करगैना चौकी पर तैनात दारोगा अंकित कुमार पीछे आ रहे थे। उन्होंने कई बार हाॅर्न दिया मगर, सड़क टूटी होने के कारण साइड नहीं दे सके। इससे नाराज होकर उसने ओवरटेक कर मोटर साइकिल रोक ली आैर उन्हें पीट दिया। और जबरन अपनी कार में बैठाकर बंद पड़ी एक गन्ना मिल ले गया।
वहां एक कमरे में पहले से उपस्थित पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर दरोगा ने प्रचारक की पिटाई जारी रखी। इसके करीब डेढ़ घंटे बाद प्रचारक को करगैना चौकी में बैठा दिया। वहां मौका मिलने पर आर्येन्द्र ने फोन कर कार्यकर्ताओं को जानकारी दी। घटना से आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने करगैना चौकी के सामने जाम लगा दिया और आरोपित पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने की मांग करने लगे।
जानकारी मिलते ही आंवला से भाजपा सांसद धर्मेंद्र कश्यप सहित अन्य भाजपा नेता पुलिस चौकी पहुंच गए और नारेबाजी शुरु कर दी। इस पर क्षेत्राधिकारी आशीष प्रताप ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ अनुरुद्ध पंकज से बात की। दारोगा पर कार्रवाई के आश्वासन के बाद कार्यकर्ता वहां से हट गए। पंकज ने बताया कि रात में ही दरोगा अंकित कुमार को निलंबित कर दिया। इस घटना मेें जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।