नई दिल्ली, भारतीय जनता पार्टी की मध्यप्रदेश की राजधानी से लोकसभा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिह ठाकुर ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को ‘देशभक्त’ करार देने के बाद अपने इस बयान के लिए माफी मांग ली है।
लोकसभा चुनाव मे साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने आगर मालवा शहर में रोड शो के दौरान एक टीवी चैनल से नाथूराम गोडसे को लेकर एक सवाल का जवाब देते हुये कहा कि वह देश भक्त थे, हैं और रहेंगे. यह सवाल इसलिए पूछा गया, क्योंकि महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे का उल्लेख करते हुए कमल हासन ने रविवार को कहा था कि ‘आजाद भारत का पहला उग्रवादी एक हिंदू था.’
रोड शो के दौरान प्रज्ञा ठाकुर से इस मसले पर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ”नाथूराम गोडसे देश भक्त थे, है और रहेंगे. उनको आतंकवादी कहने वाले लोग स्वयं की गिरेबान में झांक कर देखें, ऐसा बोलने वालो को इस चुनाव में जवाब दे दिया जाएगा.”
नाथूराम गोडसे वाले बयान पर बीजेपी प्रज्ञा ठाकुर से सहमत नहीं है. प्रज्ञा ने माफी मांगी और उन्होंने अपना बयान वापस ले लिया.
इससे पहले, प्रज्ञा ने कहा था कि आतंकवादी विरोधी दस्ते (एटीएस) के प्रमुख हेमंत करकरे ने मालेगांव विस्फोट मामले की जांच के दौरान उन्हें यातनाएं दी थीं और उनके शाप की वजह से ही करकरे की 26/11 आतंकवादी हमले में मौत हुई थी. इसके अलावा उन्होंने एक बयान दिया था कि 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में शामिल होने के लिये उन्हें अपने ऊपर गर्व है. इस मसले पर चुनाव आयोग से प्रज्ञा ने दिवंगत आईपीएस अधिकारी के खिलाफ अपने बयान के लिए माफी मांगी थी.