लखनऊ, देश में चर्चित यादव परिवार की सैफई की होली का नजारा इसबार काफी कुछ बदला-बदला नजर आया।जीवन में जोश और उमंग पैदा करने वाले रंग के पर्व होली के मौके पर मुलायम का कुनबा अपने आंगन में एक साथ जमा हुआ करता था वह आज पूरी तरह से अलग-थलग नजर आया ।
देश में चर्चा के केंद्र में रहने वाली समाजवादी पार्टी परिवार की सैफई की होली इस बार मुलायम सिंह यादव के यहां नहीं आने पर अखिलेश एवं शिवपाल के खेमों में बट गई ।
एक खेमा मुलायम सिंह यादव के भाई प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठन कर चुके शिवपाल सिंह यादव हैं तो दूसरी ओर सपा प्रमुख अखिलेश यादव, पार्टी महासचिव प्रो0 रामगोपाल यादव और परिवार के तमाम छोटे-बड़े राजनीतिक गैर राजनीतिक सदस्य खड़े हुए दिखाई दे रहे हैं । मुलायम सिंह यादव के आंगन मे होली के जश्न में जहाॅ अखिलेश रामगोपाल,धर्मेद्र,तेजप्रताप,अक्षय,अभिषेक,अनुराग और कार्तिकेय दिखाई दिये वही शिवपाल अपने बेटे आदित्य समर्थको के साथ एस एस मेमोरियल में रहे ।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने पैतृक घर इटावा के सैफई में होली मनाई। यहां होली खेलने के लिए मंच बनाया गया। सैफई मंच पर प्रो.रामगोपाल यादव जब पहुंचे तो यहां परिवार के सबसे बड़े होने के नाते अखिलेश यादव ने उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया ।अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं और परिवार के साथ फूलों की होली खेली।वहीं मंच पर रामगोपाल ने फागुन गीत गाया। अखिलेश ने समस्त जनता को होली की शुभकामनाएं दी। सबसे बड़ी और खास बात तो यह रही कि इससे पहले हमेशा सपा प्रमुख अखिलेश यादव और महासचिव प्रो.रामगोपाल यादव का संबोधन हुआ करता था जबकि इस बार वह संबोधन आज नहीं सुनाई दिया ।
लंबे अरसे से अपने भतीजे अखिलेश यादव से वैचारिक मतभेद के चलते अलग पार्टी का गठन कर चुके शिवपाल सिंह यादव ने होली के मौके पर इस दफा एक नई इबारत लिख डाली है । उन्होंने अपने पिता सुधर सिंह के नाम पर स्थापित किए एस.एस.मेमोरियल स्कूल में होली का जश्न अपने समर्थकों के साथ में मनाया । पंचायत चुनाव को लेकर जहां एक ओर शिवपाल सिंह यादव ने अपने भतीजे और निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव को एक बार फिर से जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने का आशीर्वाद दिया है ऐसे में शिवपाल सिंह यादव की मुलायमी होली से दूरी, कही न कही बड़ा संकेत माना जा रहा है।
शिवपाल सिंह ने भले ही मुलायम सिंह के आंगन की होली में इस दफा शामिल होना मुनासिब नहीं समझा जबकि इससे पहले पिछले साल एक मंच पर अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह थे लेकिन तब मुलायम सिंह मौजूद रहे थे। लेकिन इसबार मुलायम सिंह की गैर मौजूदगी में अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह का अलग-अलग मंच सजा ।