लखनऊ, विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर समाजवादी पार्टी ने भी शुरूआत कर दी है।
अखिलेश यादव ने पार्टी मुख्यालय में रविवार को प्रमुख नेताओं के साथ संगठनात्मक और राजनीतिक मसलों पर चर्चा करते हुये कहा कि समाज में नफरत और अफवाह के जरिए भ्रम और भय फैलाने की साजिश भाजपा की रणनीति से हमें सावधान रहना है। पार्टी संगठन को बूथस्तर तक मजबूत बनाकर हम भाजपा की साजिशों का मुकाबला कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय का मुद्दा युवा पीढ़ी के भविष्य के साथ जुड़ा है। गरीब, पिछड़ों, दलित और अल्पसंख्यकों के प्रति भाजपा का रवैया द्वेषपूर्ण हैं इनकी छात्रवृत्ति बंद हो गई और फीस की क्षतिपूर्ति भी नहीं हो रही है। किसान की आर्थिक स्थिति खराब होती जा रही है। उनको कम्पनी व्यवस्था से भारी खतरा है।
श्री यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने मंहगाई बढ़ाई है। सामाजिक सद्भाव की जगह समाज में विभाजन की खाईं चौड़ी की है। विकास अवरूद्ध है। बुनियादी सुविधाएं बाधित हैं। सड़क, बिजली नहीं तो नए उद्योग कहां लगेंगे। आरक्षण समाप्त करने की साजिशे हो रही हैं। पंचायतों में आरक्षण खतरे में है। विधान सभा और विधान परिषद के अधिवेशन में भाजपा ने अपनी तानाशाही से लोकतांतिक व्यवस्था की गरिमा गिराने का काम किया।
उन्होने विधायकों और पार्टी नेताओं से कहा कि गांव-गांव में चौपाल लगाकर समाजवादी सरकार की उपलब्धियों के बारे में लोगों को बताया जाना जारी रखे। कार्यकर्ता अपने बीच जिम्मेदारियां बांटकर जनता से संवाद स्थापित करें।
अखिलेश यादव ने आराेप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी 2022 के विधानसभा चुनाव में धांधली की तैयारी में है और फर्जी आरोप लगाकर सपा को बदनाम करने की साजिश होने लगी है जिससे सावधान भी रहना होगा।