इटावा, उत्तर प्रदेश के कानपुर में बिकरू कांड के मुख्यआरोपी विकास दुबे की नजदीकी से सुर्खियों में आये सब इंस्पेक्टर विनय तिवारी के आचरण जैसे जोन के सभी जिलों में संदिग्ध पुलिस कर्मियों की पहचान की जा रही है।
कानपुर जोन के अपर पुलिस महानिदेशक जय नारायण सिंह ने इटावा पुलिस लाइन में मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सब इंस्पेक्टर विनय तिवारी के आचरण जैसे जोन के सभी जिलों में संदिग्ध पुलिस कर्मियों की पहचान की जा रही है। ऐसे पुलिस कर्मी महकमे के रडार पर हैं। सभी जिलों वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ऐसे लोगों को चिह्नित कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अभी तक कानपुर नगर में ऐसे 18 लोग चिह्नित किए गए हैं। जोन के अन्य जिलों में इनकी संख्या आठ से लेकर 10 हो सकती है। इन सभी की सूची बनाई जा रही है और उनके खिलाफ कार्रवाई प्रस्तावित है।
श्री सिंह ने कहा कि जिले में पुलिस अधिकारियों को 20 से ऊपर मुकदमे वाले सभी अपराधियों को टॉप टेन की सूची में सूचीबद्ध करने के निर्देश दिए गए हैं। टॉप टेन सूची की समीक्षा की जा रही है। कुछ इस समय सक्रिय नहीं हैं। उनको छोड़कर सक्रिय अपराधियों के खिलाफ पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस कर्मियों को भी अपने आचरण में सुधार लाने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्हें समझाया जा रहा है। यदि उसके बाद भी वे नहीं मानेंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि आगे आने वाले त्योहार गणेश चतुर्थी, मोहर्रम पर कोविड-19 की गाइड लाइन के अनुसार कोई जुलूस नहीं निकाला जाएगा। इन त्योहारों को घर पर मनाने के निर्देश जारी किए गए हैं।
पुलिस यह सुनिश्चित करेगी कि कोई भी जुलूस नहीं निकले। आगे दशहरा के पर्व पर भी यही व्यवस्थाएं रहेंगी। उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी के कारण पुलिस पर दोहरा काम हो गया जिसके कारण कई जिलों में विवेचनाएं लांबित हो गई हैं। अधिकारियों को विवेचनाओं को जल्द से जल्द निस्तारित करने के निर्देश दिए गए हैं।