अयोध्या, अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट के विस्तारीकरण को लेकर बुधवार को किसान आंदोलन में शामिल होने जा रहे समाजवादी पार्टी(सपा) के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व राज्य मंत्री तेजनारायण पांडेय उर्फ पवन पांडेय को उनके आवास पर नजरबंद कर दिया गया है।
सपा नेता श्री पाण्डे धर्मपुर में मुआवजा को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों से मिलने जा रहे थे। उन्हें शहर कोतवाली क्षेत्र के अंगूरीबाग में स्थित उनके आवास पर ही नजरबंद कर दिया गया। सुबह वह अपने घर से बाहर जाने के लिये निकले थे कि पुलिस ने उन्हें अंदर बंद कर दिया और उनके घर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
पूर्व राज्यमंत्री और सपा कार्यकर्ताओं से काफी देर तक पुलिस की गहमागहमी होती रही। धक्का-मुक्की के बाद आखिरकार नगर पुलिस ने सपा नेता को उनके घर के अंदर ही नजरबंद कर दिया। इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाये।
पूर्व राज्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि राज्य सरकार किसानों से नफरत कर रही है। उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट के लिये जिस जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है उसमें किसानों से भेदभाव बढ़ता जा रहा है। सपा ने कहा कि एयरपोर्ट की विस्तारीकरण में तीन गांव की जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है, जिसमें धर्मपुर गांव के किसानों को बहुत कम मुआवजा मिल रहा है।
उन्होंने बताया कि जितना मुआवजा जनौरा नंगापुर गांव के किसानों को मिल रहा है वही मुआवजा धर्मपुर के किसानों को भी मिलना चाहिये। इसी मामले को लेकर किसानों से मिलने जा रहा था। मुआवजा की रकम सभी गांव वालों को एक जैसी होनी चाहिये। किसान काफी दिन से धर्मपुर गांव में धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में जंगलराज कायम है।
श्री पाण्डे ने कहा कि हाथरस में एक बेटी के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या भी कर दी गयी है। केन्द्र सरकार कृषि बिल लाकर किसानों के हाथ में कटोरा देने का काम करने जा रही है। किसानों का साथ देना अपराध है तो समाजवादी पार्टी अपराध करती रहेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के सवा साल तीन साल बीत चुके हैं, उसके बाद जनता अधिकारियों व सरकार से सवाल करेगी।
गौरतलब है कि एयरपोर्ट के विस्तारीकरण में तीन गांव जनौरा नंगापुर व धर्मपुर गांव के किसानों की जमीन का अधिग्रहण हो रहा है। जनौरा व नंदापुर गांव की जमीन का अधिग्रहण सर्किल रेट के हिसाब से एक करोड़ सोलह लाख प्रति हेक्टेयर है जबकि बगल में ही धर्मपुर गांव का सर्किल रेट केवल 21 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर है। मुआवजे में असमानता को लेकर धर्मपुर गांव के किसान जमीन देने को तैयार नहीं हैं। इसी को लेकर समाजवादी पार्टी किसानों के हक में लड़ाई लडऩे के लिये तैयार है।