लखनऊ , करीब पांच दशक तक उत्तर प्रदेश और देश की शिक्षक राजनीति की धुरी रहे वरिष्ठ शिक्षक नेता और विधान परिषद के पूर्व सदस्य ओमप्रकाश शर्मा का शनिवार को निधन हो गया। वह 87 वर्ष के थे।
उनके समर्थकों के अनुसार श्री शर्मा का स्वास्थ्य सुबह से ही ठीक नहीं था लेकिन इसके बावजूद उन्होने शिक्षकों के एक धरने में हिस्सा लिया था। शाम को उनकी हालत और बिगड़ गयी और रात करीब साढे आठ बजे उनका निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार रविवार को किया जायेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री शर्मा के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होने कहा कि श्री शर्मा वरिष्ठ एवं अनुभवी शिक्षक नेता थे। वे शिक्षक कल्याण व शिक्षा जगत के लिए सदैव तत्पर रहे। उनके निधन से शिक्षा जगत को अपूरणीय क्षति हुई है।
उन्होने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।
श्री शर्मा ने 1970 में विधान परिषद के लिये पहला चुनाव जीता था जबकि अंतिम चुनाव वह 2014 में चुनाव जीतकर विधान परिषद पहुंचे थे। वह विधान परिषद में आठ बार सदस्य चुने गये थे हालांकि पिछले साल सम्पन्न मेरठ शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था।